जयपुर। इस बार रक्षाबंधन 30 और 31 अगस्त को मनाया जाएगा। इस बार दिनभर भद्रा रहेगी, सनातनी शास्त्रानुसार रात्रि में त्यौहार मनाने की मनाही होने से दूसरे दिन उदियात में ही यह त्यौहार मनाएंगे। ज्योतिष विद्वान पं. अनिल कुमार विद्रोही के अनुसार 30 अगस्त को रात्रि 9:2 बजे तक भद्रा के कारण मात्र सात मिनट तक ही राखी बांधी जा सकेगी। वहीं, शहर के प्रमुख आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में रक्षाबंधन श्रावण शुक्ला पूर्णिमा 31 अगस्त को मनाया जाएगा। रक्षाबंधन के लिए गुरुवार 31 अगस्त का दिन शुभ है। इसलिए अपनी सुविधा अनुसार रक्षाबंधन पूरे दिन किया जा सकेगा। दोपहर 12:30 से 2 बजे तक लाभ एवं अमृत का चौघड़िया रहेगा। मंदिर की सूचना के अनुसार 30 अगस्त को रात्रि 9:02 मिनट तक भद्रा रहेगी। इस समय तक सभी मंदिरों में शयन झांकी हो जाती है। वहीं ठाकुर श्रीजी के राखी धारण दर्शन श्रृंगार झांकी में होंगे। शृंगार झांकी दर्शन का समय सुबह साढ़े नौ से सवा दस बजे तक रहेगा। मंदिर प्रबंधन ने भक्तों से अपील की है कि ठाकुर जी को राखी सहित अर्पित करने योग्य अन्य सामग्री 30 अगस्त तक मंदिर कार्यालय में जमा करवा दें।
सीएम अशोक गहलोत ने दी बधाई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रक्षाबंधन के पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि रक्षाबंधन महिलाओं के प्रति सम्मान और विश्वास के साथ ही पौराणिक एवं सांस्कृतिक महत्व का पर्व है। यह सामाजिक और पारिवारिक एकसूत्रता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है।
सुविधा के अनुसार बांध सकेंगे राखी
सूण मांडणा 30 अगस्त बुधवार को सुबह 10:30 बजे तक और सूण जीमाने का मुहूर्त 31 अगस्त गुरुवार को सुबह 7 से पहले करना होगा। रक्षाबंधन के लिए गुरुवार, 31 अगस्त का दिन शुभ है। इसलिए अपनी सुविधा अनुसार रक्षाबंधन पूरे दिन किया जा सकेगा। दोपहर 12:30 से 2 बजे तक लाभ एवं अमृत का चौघड़िया रहेगा।