Operation Sindoor : चंडीगढ़। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत की कार्रवाई उस संदेश से प्रेरित थी जो भगवान कृष्ण ने पांडवों को दिया था कि युद्ध प्रतिशोध या महत्वाकांक्षा के लिए नहीं, बल्कि धर्म के शासन की स्थापना के लिए लड़ा जाना चाहिए। रक्षा मंत्री ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र, 10वें अंतरराष्ट्रीय गीता सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘भगवान कृष्ण ने अर्जुन को यह भी सीख दी कि जो व्यक्ति धर्म के मार्ग पर चलता है वह कभी नहीं डरता।’ सिंह ने अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि जघन्य कृत्य अब भी राष्ट्रीय चेतना को परेशान करता है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने उस समय अमानवीय कृत्य किया जब निर्दोष पर्यटकों को उनका धर्म पूछने के बाद मार दिया गया।
युद्ध के मैदान पर ‘धर्म’ की रक्षा करने की प्रेरणा : राजनाथ
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि वह घटना न केवल भारत के शांतिप्रिय स्वभाव को चुनौती दे रही थी; आतंकवादियों और उनके संरक्षकों ने यह मान लिया था कि भारत का शिष्टाचार उसकी कमजोरी है, लेकिन वे भूल गए कि भारत गीता का देश है, जहां करुणा है और युद्ध के मैदान पर ‘धर्म’ की रक्षा करने की प्रेरणा भी है।’ रक्षा मंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत के जवाब के बारे में बात करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से, सशस्त्र बलों ने उन्हें ऐसा कड़ा जवाब दिया है जिसे वे आज तक भूल नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने दुनिया को दिखाया कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर वह मजबूर होता है, तो वह भागता नहीं है और एक कड़ा जवाब देता है।’
ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि भारत की आत्म-प्रतिबद्धता और आत्म-सम्मान की उद्घोषणा थी। भगवान कृष्ण ने पांडवों को समझाया था कि युद्ध बदले की भावना या महत्वाकांक्षा के लिए नहीं बल्कि धर्मपूर्ण शासन की स्थापना और स्वधर्म व स्वदेश की रक्षा के लिए लड़ा जाता है। ऑपरेशन… pic.twitter.com/yOhuKycJzB
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 24, 2025
राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य अभियान नहीं था, बल्कि भारत की आत्म-प्रतिबद्धता, आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास की घोषणा थी। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘भगवान कृष्ण ने पांडवों को भी यही समझाया था कि युद्ध प्रतिशोध या महत्वाकांक्षा के लिए नहीं बल्कि धार्मिक शासन की स्थापना के लिए लड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “ … ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान, हमने भगवान कृष्ण के संदेश का पालन किया। और इस अभियान ने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है कि भारत न तो आतंकवाद के खिलाफ चुप रहेगा और न ही किसी भी परिस्थिति में कमजोर पड़ेगा। श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में अर्जुन को समझाया था कि धर्म केवल उपदेशों से ही नहीं बचता; यह कर्मों से सुरक्षित रहता है, और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ वह धर्म-आधारित कर्म था जिसे हमने अपनाया।”
हरियाणा के मंत्री अनिल विज और स्वामी ज्ञानानंद महाराज भी उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने सम्मेलन को संबोधित किया। इस सम्मेलन का संयुक्त रूप से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने आयोजन किया है।




