Saturday, December 21, 2024
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Rajasthan Vidhansabha :  मदन नही तो सदन नही, इसी के साथ राजस्थान विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित.

जयपुर। बुधवार को राजस्थान विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. इससे पहले बीजेपी ने सदन में भारी हंगामा  किया. लेकिन विपक्ष के भारी हंगामें के बावजूद 23 मिनिट में स्पीकर जोशी ने 5 विधेयक को पारित कर दिया. इन विधेयकों में नाथद्वारा मंदिर संशोधन विधेयक, राजस्थान विद्युत शुल्क विधेयक, महात्मा गांधी दिव्यांग विश्वविद्यालय जोधपुर विधेयक, राजस्थान राज्य कृषक ऋण राहत आयोग विधेयक, राजस्थान काश्तकारी संशोधन विधेयक शामिल है.

मदन को लेकर सदन में भारी हंगामा

बुधवार को जब राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही शुरु हुई. तब बीजेपी ने कोटा के रामगंजमण्डी से विधायक मदन दिलावर के निलंबन को लेकर भारी हंगामा किया. विपक्ष ने ‘मदन नही तो सदन नही’ के नारे लगाए. भारी भरकम हंगामे के बीच स्पीकर सी पी जोशी ने विधानसभा की कार्यवाही को जारी रखा. इस बीच बुधवार को सदन 2 बार स्थगित हुआ.  प्रश्न काल समाप्त होने के बाद विपक्ष के नेता राजेंद्र राठोड़ सत्ता पक्ष पर निशाना साध रहे थे तब मंत्री महेश जोशी ने राजेंद्र राठोड़ को टोका. इस पर सदन में काफी हंगामा हुआ. मंत्री महेश जोशी ने कहा कि भाजपा को इस कुकृत्य के लिए पूरे सदन से माफी मांगनी चाहिए.सदन में भारी हंगामे को देखते हुए स्पीकर जोशी ने सदन को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया.

लाल डायरी और बीजेपी विधायक मदन दिलावर के निलंबन का मुद्दा विधानसभा में छाया रहा. शून्यकाल के दौरान बीजेपी विधायकों ने इन मुद्दो पर हंगामा किया. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने लाल डायरी का जिक्र करते हुए हंगामाल किया. हंगामे के कारण दो बार स्पीकर को सदन की कार्यवाही आधे-आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी. अंतिम और तीसरी बार सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया. 12 बजकर 9 मिनट पर पहली बार और दूसरी बार 1 बजकर 3 मिनट पर सदन की कार्यवाही को आधे-आधे घंटे के लिए स्थगित किया गया. 1 बजकर 33 मिनट पर तीसरी बार सदन जुटने के बाद भी बीजेपी विधायकों ने वेल में आकर नारेबाजी जारी रखी। बीजेपी विधायकों के हंगामे और नारेबाजी के बीच सदन में केवल 23 मिनट में 5 बिल पारित कर दिए गए. मौजूदा 15वीं विधानसभा की कार्यवाही का आज आखिरी दिन था। इसके बाद अब नई सरकार बनने के बाद ही जनवरी में सत्र बुलाया जाएगा. हंगामे पर जलदाय मंत्री महेश जोशी, संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राठौड़ के मामला उठाते ही कड़ी आपत्ति की.

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