नई दिल्ली, उत्तर रेलवे ने पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के इस्तीफों को स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और दोनों खिलाड़ियों को जल्द से जल्द पदमुक्त किए जाने की संभावना है. रेलवे के सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी. बता दें कि पूनिया और फोगाट हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए हैं. फोगाट को हरियाणा में जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया है.
”3 महीने का नोटिस का प्रावधान नहीं आएगा आड़े”
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ”किसी रेलवे कर्मचारी द्वारा इस्तीफा देने के बाद 3 महीने की नोटिस अवधि के दौरान सेवा देने का प्रावधान इन दोनों खिलाड़ियों को पदमुक्त करने में आड़े नहीं आएगा, क्योंकि हमने उनके मामलों में मानदंडों में ढील देने का फैसला किया है.”रेलवे सूत्रों ने बताया कि दोनों खिलाड़ियों को ‘‘संभवत: आज या जल्द से जल्द पदमुक्त कर दिया जाएगा.”
रेलवे ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद दिया था नोटिस
उत्तर रेलवे ने दोनों खिलाड़ियों के कांग्रेस में शामिल होने के लिए पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था.उत्तर रेलवे ने कहा था कि कारण बताओ नोटिस सेवा नियमावली का हिस्सा है, क्योंकि वे सरकारी कर्मचारी हैं. इस नोटिस के बाद दोनों ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया था.
रेलवे ने शुरू की पदमुक्त करने की प्रक्रिया
ऐसी अटकलें थीं कि फोगाट 3 महीने की नोटिस अवधि के नियम के कारण शायद चुनाव न लड़ पाएं. चुनाव नियमों के अनुसार, उन्हें चुनाव लड़ने के लिए रेलवे से आधिकारिक रूप से पदमुक्त होने की आवश्यकता है.उत्तर रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि चूंकि, अब रेलवे ने उनका इस्तीफा स्वीकार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, तो उनके चुनाव लड़ने में कोई बाधा नहीं है.