Rahul Gandhi Press Conference: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि उनकी पार्टी के समर्थक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने के प्रयास हुए और मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों’ तथा ‘वोट चोरों’ की रक्षा कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि ज्ञानेश कुमार को ऐसे लोगों को संरक्षण देना बंद करना चाहिए और एक सप्ताह में निर्वाचन आयोग को कर्नाटक की CID के साथ पूरी जानकारी साझा करनी चाहिए. कांग्रेस नेता के आरोप पर निर्वाचन आयोग की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
#WATCH दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "हमें चुनाव आयोग के अंदर से मदद मिलनी शुरू हो गई है। मैं स्पष्ट कर रहा हूं कि अब हमें चुनाव आयोग के अंदर से जानकारी मिल रही है, और यह रुकने वाला नहीं है…" pic.twitter.com/xNEL6bURoc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2025
कांग्रेस के मतदाताओं के नाम हटाने का प्रयास: राहुल गांधी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के आलंद विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि कांग्रेस के मतदाताओं के नाम हटाने का प्रयास सुनियोजित तरीके से किया गया. उनके अनुसार, जिनके नाम हटाने के प्रयास हुए और जिनके नाम का इस्तेमाल कर नाम हटाने के आवेदन दिए गए, उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी.
#WATCH दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "सबसे पहले, यह हाइड्रोजन बम नहीं है, हाइड्रोजन बम आने वाला है। यह इस देश के युवाओं को यह दिखाने और समझाने में एक और मील का पत्थर है कि चुनावों में किस तरह धांधली की जा रही है।" pic.twitter.com/YvXTz6NWXd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2025
CEC ज्ञानेश कुमार पर लगाया बड़ा आरोप
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि CEC ज्ञानेश कुमार भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने और ‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों’ की रक्षा कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा, ‘ मैं अपने लोकतंत्र, देश और संविधान से बहुत प्रेम करता हूं और ऐसी कोई बात नहीं करूंगा जो तथ्यों पर आधारित नहीं हो.’
#WATCH दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त उन लोगों को बचा रहे हैं जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को नष्ट कर दिया है।" pic.twitter.com/hs7iZQ9AUr
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6018 मतदाताओं का नाम हटाने के लिए आवेदन दिए गए: राहुल गांधी
उनके मुताबिक, आलंद विधानसभा क्षेत्र में 6018 मतदाताओं का नाम हटाने के लिए आवेदन दिए गए. उन्होंने कहा कि ऐसा कांग्रेस मतदाताओं को निशाना बनाकर किया गया. राहुल गांधी ने दावा किया कि मतदाताओं के नाम हटाने के लिए जिन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल हुआ वे कर्नाटक के बाहर के थे. उन्होंने मंच पर कुछ लोगों को पेश किया जिनके नाम मतदाता सूची से हटाने का प्रयास हुआ या उनके नाम इस्तेमाल करके ऐसा करने का प्रयास किया गया.
#WATCH दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "अलंद में मतदाताओं के नाम पर 6018 आवेदन दाखिल किए गए। जिन लोगों ने ये आवेदन दाखिल किए, उन्होंने वास्तव में इन्हें कभी दाखिल ही नहीं किया। सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके ये आवेदन स्वचालित रूप से दाखिल किए… pic.twitter.com/kJbR3QcrTe
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कर्नाटक की CID कर रही मामले की जांच
राहुल गांधी ने कहा, ‘ इस मामले की जांच कर्नाटक की CID कर रही है. सीआईडी ने 18 पत्र भेजकर कुछ जानकारियां मांगी. लेकिन यह जानकारी नहीं दी गई क्योंकि इससे वहां तक पहुंचा जा सकेगा जहां से यह अभियान चलाया जा रहा है.’
#WATCH दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "…मैं ज्ञानेश कुमार पर इतना सीधा आरोप क्यों लगा रहा हूं। कर्नाटक में इस मामले की जांच चल रही है। कर्नाटक की CID ने चुनाव आयोग को 18 महीनों में 18 पत्र भेजे हैं, और उन्होंने चुनाव आयोग से कुछ बहुत ही… pic.twitter.com/jNebLKYUie
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2025
‘राजौरा विधानसभा क्षेत्र में इसी तरीके का इस्तेमाल करके 6850 नाम जोड़े गए’
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजौरा विधानसभा क्षेत्र में इसी तरीके का इस्तेमाल करके 6850 नाम जोड़े गए. एक सप्ताह में निर्वाचन आयोग को पूरा विवरण देना चाहिए और यदि ऐसा नहीं है तो फिर स्पष्ट हो जाएगा कि ज्ञानेश कुमार ‘वोट चोरों’ की मदद कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने वोट चोरी को लेकर और बड़े खुलासे का किया था दावा
बता दें कि राहुल गांधी ने बीते 1 सितंबर को पटना में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन के मौके पर ‘वोट चोरी’ से जुड़े अपने पहले के खुलासे का हवाला देते हुए दावा किया था कि ‘एटम बम’ के बाद अब ‘हाइड्रोजन बम’ आने वाला है, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों को अपना मुंह नहीं दिखा पाएंगे. उन्होंने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित वोट चोरी का मुद्दा बीते 7 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए उठाया था. इस खुलासे को उन्होंने ‘एटम बम’ कहा था.