अंबिकापुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को भाजपा पर आदिवासियों के अधिकार छीनने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा आदिवासियों को वनवासी कहती है, क्योंकि वह नहीं चाहती कि वे बड़े सपने देखें और प्रगति करें। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर निर्वाचन क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला किया और कहा कि वह खुद को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का व्यक्ति बताते हैं, लेकिन जब पिछड़े वर्ग का समर्थन करने का समय आता है तो वे कहते हैं कि ओबीसी जाति नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने आदिवासियों के लिए वनवासी शब्द का इस्तेमाल किया। वनवासी और आदिवासी शब्दों में बहुत बड़ा अंतर है। आपने वह वीडियो देखा होगा जिसमें एक भाजपा नेता ने (मध्यप्रदेश में) एक आदिवासी युवक पर पेशाब कर दिया। वे जानवर के ऊपर पेशाब नहीं करते, लेकिन वे आदिवासियों के साथ ऐसी हरकत करते हैं। यह भाजपा की मानसिकता है।
गांधी ने कहा, आदिवासी शब्द का गहरा अर्थ है। यह शब्द जल, जंगल, जमीन पर आपके अधिकार को व्यक्त करता है। वनवासी का अर्थ है जंगल में रहने वाले। भाजपा आपको वनवासी कहती है, हम आपको आदिवासी कहते हैं। भाजपा आपका अधिकार छीनती है, हम आपको अधिकार देते हैं। हम आपको गले लगाते हैं, भाजपा नेता आप पर पेशाब करते हैं।
उन्होंने कहा, वन क्षेत्र कम हो रहा है। अगले 15-20 साल में जब जंगल लुप्त हो जायेंगे तो वनवासी कहां जाएंगे? क्या वे सड़कों पर भीख मांगेंगे? वे (भाजपा) आपसे (आदिवासियों से) कहते हैं कि अंग्रेजी मत सीखो क्योंकि वे चाहते हैं कि न आप बड़े सपने देखें और न ही उन्हें पूरा करें।
कांग्रेस नेता ने कहा, मोदी जी हर भाषण में खुद को ओबीसी कहते हैं और ओबीसी कल्याण की बात करते हैं। जब हमने मांग की कि जातीय जनगणना होनी चाहिए तो उन्होंने कहा कि एक ही जाति है और वह ‘गरीब’ है। तो आप अपने आपको ओबीसी क्यों कहते हैं। यदि केवल एक ही जाति है तो वे कौन हैं जो अमीर हैं। राज्य में कांग्रेस की सत्ता बरकरार रहने के बाद छत्तीसगढ़ में पहले दिन से जाति जनगणना शुरू की जाएगी। यदि लोकसभा चुनाव में केंद्र में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो देश में जाति आधारित जनगणना कराई जाएगी।