Monday, July 28, 2025
HomeNational NewsPune Bridge Collapse : बीजेपी नेता बोले- नया पुल बनाने में देरी...

Pune Bridge Collapse : बीजेपी नेता बोले- नया पुल बनाने में देरी क्यों हुई जांच हो, कांग्रेस ने बोला हमला

महाराष्ट्र में पूर्व मंत्री रवींद्र चव्हाण ने इंद्रायणी नदी पर नए पुल का निर्माण क्यों शुरू नहीं हुआ, इसके बारे में जांच कराने की मांग की है।

Pune Bridge Collapse : महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रवींद्र चव्हाण ने मंगलवार को यह पता लगाने के लिए जांच की मांग की कि पिछले साल 8 करोड़ रुपये मंजूर होने के बावजूद पुणे में इंद्रायणी नदी पर नए पुल का निर्माण क्यों शुरू नहीं हुआ। भाजपा नेता की टिप्पणी पुणे की मावल तहसील में इंद्रायणी नदी पर 35 साल पुराने पुल के ढहने से चार लोगों की मौत और 18 के घायल होने की घटना के दो दिन बाद आई है।

पुल पर लगे साइनबोर्ड को नजरअंदाज

अधिकारियों ने पहले कहा था कि कुंडमाला इलाके में रविवार दोपहर को ढहा पुल 1993 में बना था और इस्तेमाल के लायक नहीं था लेकिन वहां एकत्र हुए लोगों ने चेतावनी साइनबोर्ड को नजरअंदाज कर दिया और 100 से अधिक लोग पुल पर चढ़ गए। यहां भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में चव्हाण ने कहा कि जब वह पिछली महायुति सरकार के दौरान लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री थे, तो उन्होंने उसी स्थान पर एक नए पुल के निर्माण के लिए अक्टूबर 2024 में लगभग 8 करोड़ रुपये मंजूर किए थे, क्योंकि मौजूदा पुल पुराना और असुरक्षित था।

पुल निर्माण कार्य क्यों नहीं शुरू किया गया : चव्हाण

रवींद्र चव्हाण ने कहा, आज मैंने पीडब्ल्यूडी मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले और अन्य अधिकारियों से बात की और उनसे इस दुर्घटना की जांच करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, पुल निर्माण कार्य क्यों नहीं शुरू किया गया, ऐसे मुद्दों की जांच की जाएगी। अगर कोई अधिकारी जानबूझकर देरी के लिए जिम्मेदार पाया जाता है, तो कार्रवाई की जाएगी। पुणे के जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी ने सोमवार को कहा कि ढह चुके पुल के स्थान पर नए पुल के निर्माण के लिए निविदा कुछ महीने पहले जारी की गई थी, जबकि कार्य आदेश एक सप्ताह पहले जारी किया गया था।

जल्दी शुरु होगा पुल का काम

चव्हाण ने कहा कि कार्य आदेश के दिन से काम शुरू होने में 15 दिन लगते हैं। इसका निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा।
हालांकि, पुणे के सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुंभर ने दावा किया कि कार्य आदेश पर तारीख हाथ से लिखी गई थी और बाकी पाठ की तरह टाइप नहीं की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया, पूरा कार्य आदेश टाइप किया गया है, लेकिन तारीख हाथ से लिखी गई है, जो संदेह पैदा करती है। इस बात की संभावना है कि जान बचाने के लिए पिछली तारीख का कार्य आदेश दिखाया गया है, खासकर इतनी घातक दुर्घटना के बाद।’

पुणे में मावल तहसील के कुंडमाला इलाके में पर्यटकों और पिकनिक प्रेमियों के बीच मशहूर 32 साल पुराने लोहे के पुल पर एक बार में 100 से ज्यादा लोग चढ़ गए थे। उसी दौरान रविवार को अपराह्न 3.30 बजे यह पुल ढह गया, जिससे चार लोगों की मौत हो गई और 18 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

कांग्रेस ने बोला हमला

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि पुल असुरक्षित था, तो उसे जनता के लिए खुला क्यों रखा गया। उन्होंने राज्य सरकार पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा, “मानसून में हजारों पर्यटक कुंदमाल आते हैं, यह जानते हुए भी पुल को बंद नहीं किया गया। इसलिए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला बनता है। सपकाल ने यह भी कहा कि सरकार एक साल पहले नए पुल के लिए फंड मंजूर होने के बावजूद पुल निर्माण शुरू नहीं कर सकी। सरकार दुर्घटनाओं के बाद ही जागती है, पीड़ितों को कुछ पैसे देती है और भूल जाती है। यह सिलसिला अब बंद होना चाहिए।

संजय राउत ने साधा था महायुति राज्य सरकार पर निशाना

पुल ढहने को लेकर शिवसेना (उबाठा) के सांसद संजय राउत ने चव्हाण और महायुति राज्य सरकार पर निशाना साधा था। डूडी के मुताबिक, पुल को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था, लेकिन उस पर 100 लोग सवार थे और उनमें से ज्यादातर सेल्फी लेने में व्यस्त थे। उन्होंने कहा, स्थानीय प्रशासन की ओर से अगर कोई चूक हुई है, तो उसकी जांच करने और मानक संचालन प्रक्रियाओं को लागू किए जाने की जांच करने के लिए एक समिति बनाई जाएगी। यह घटना चेतावनी के संकेतों और इलाके में बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाने वाले मौजूदा आदेश के बावजूद हुई।

उन्होंने कहा कि पुल को वाहनों के आवागमन के लिए अनुपयुक्त घोषित किया गया था। वाहनों के लिए एक नया ढांचा प्रस्तावित किया गया था। महाराष्ट्र के आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन ने पहले कहा था कि बड़ी संख्या में पर्यटकों के वजन के कारण पुल ढह गया। महाजन ने कहा, पुल केवल पैदल यात्रियों के लिए था और वहां एक चेतावनी बोर्ड लगा था, जिसमें कहा गया था कि इसका इस्तेमाल दोपहिया वाहन नहीं कर सकते। ऐसा लगता है कि पुल पर मौजूद लोगों ने इन निर्देशों पर ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण यह हादसा हुआ।

Mukesh Kumar
Mukesh Kumarhttps://jagoindiajago.news/
समाचार लेखन की दुनिया में एक ऐसा नाम जो सटीकता, निष्पक्षता और रचनात्मकता का सुंदर संयोजन प्रस्तुत करता है। हर विषय को गहराई से समझकर उसे आसान और प्रभावशाली अंदाज़ में पाठकों तक पहुँचाना मेरी खासियत है। चाहे वो ब्रेकिंग न्यूज़ हो, सामाजिक मुद्दों पर विश्लेषण या मानवीय कहानियाँ – मेरा उद्देश्य हर खबर को इस तरह पेश करना है कि वह सिर्फ जानकारी न बने बल्कि सोच को भी झकझोर दे। पत्रकारिता के प्रति यह जुनून ही मेरी लेखनी की ताकत है।
RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular