ढाका,बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उनकी सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और देश से बाहर चली गई हैं.बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने पुष्टि करते हुए कहा कि शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.इसके साथ हसीना ने ढाका छोड़ दिया है और किसी सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं.कहा जा रहा है कि शेख हसीना सेना के विशेष हेलिकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं.
बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने इस्तीफे की पुष्टि
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया है और अब अंतरिम सरकार कार्यभार संभालेगी.बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने यह घोषणा की.टेलीविजन पर दिए गए अपने संबोधन में कहा,”मैं (देश की) सारी जिम्मेदारी ले रहा हूं.कृपया सहयोग करें.” ऐसी अपुष्ट खबरें है कि वह (हसीना) भारत के किसी शहर के लिए रवाना हो गई हैं.सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की और उन्हें बताया कि सेना कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी.देश भर में विरोध प्रदर्शनों के बीच जनरल ने कहा कि उन्होंने सेना और पुलिस दोनों से गोली न चलाने को कहा है.
भारत आ रही शेख हसीना
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना इस्तीफा देने के बाद अपनी बहन के साथ भारत आ रही है. इसके लिए वो रवाना हो चुकी हैं.जल्द ही भारत के पश्चिम बंगाल पहुंचेंगी. उधर हिंसा पर काबू करने के लिए देशभर में कर्फ्यू लगा दिया है.साथ ही अगले 3 दिनों के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी गई है.इसके अलावा राजधानी ढाका में दुकानों और बैंकों को बंद करने के आदेश भी दिए गए हैं.
शेख हसीना को इस वजह से देना पड़ा इस्तीफा
स्थानीय निजी समाचार चैनल ने बताया कि हसीना को एक विवादित आरक्षण व्यवस्था को लेकर उनकी सरकार के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए विवश होना पड़ा है.इस विवादास्पद आरक्षण प्रणाली के तहत 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लोगों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान है.
प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास में घुसे प्रदर्शनकारी
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हजारों प्रदर्शनकारी सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना के आधिकारिक आवास में घुस गए.बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने सैन्य कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए राजधानी की तरफ मार्च किया.ऐसा प्रतीत होता है कि हजारों प्रदर्शनकारी राजधानी ढाका स्थित हसीना के आधिकारिक आवास में प्रवेश कर गए हैं.इससे पहले बांग्लादेश में कई हफ्तों तक हिंसक प्रदर्शन और सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव का सिलसिला जारी रहा था.
जून में शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ था विरोध प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन जून के अंत में शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ था.छात्र सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे थे.हालांकि ढाका विश्वविद्यालय में प्रदर्शनकारियों और पुलिस तथा सरकार समर्थक कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद यह प्रदर्शन हिंसक हो गया था.
BSF ने भारत बांग्लादेश सीमा पर जारी किया हाई अलर्ट
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सोमवार को बांग्लादेश में हुए घटनाक्रम के मद्देनजर 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी सभी यूनिट के लिए सोमवार को ‘हाई अलर्ट’ जारी किया. उन्होंने बताया कि BSF के कार्यवाहक महानिदेशक (डीजी) दलजीत सिंह चौधरी और अन्य वरिष्ठ कमांडर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए कोलकाता पहुंच गए हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा,”BSF ने अपने सभी ‘फील्ड कमांडर’ को निर्देश दिया है कि वह सभी कर्मियों को सीमा पर ड्यूटी पर तुरंत तैनात करें.उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में व्यापक स्तर पर हो रहे विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पिछले कुछ हफ्तों के दौरान इस पड़ोसी देश से लगी सीमा पर तैनात सभी कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई थीं और अब सभी यूनिट को पूरी तरह सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
BSF करती है पूर्वी सीमा की रक्षा
बीएसएफ देश की पूर्वी सीमा पर भारतीय सरहद की रक्षा करता है.देश की पूर्वी सीमा को 5 राज्य साझा करते हैं.पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश के साथ कुल 2,217 किलोमीटर की सीमा साझा करता है, इसके अलावा त्रिपुरा (856 किमी), मेघालय (443 किमी), असम (262 किमी) और मिजोरम (318 किमी) सीमा साझा करते हैं.मीडिया में आई खबरों के अनुसार,अपनी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर चली गई हैं.