नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी है कि ‘‘भारत के साथ युद्ध की संभावनाएं वास्तविक हैं’’ और दावा किया कि भविष्य में किसी भी सशस्त्र संघर्ष की स्थिति में उनका देश और भी बड़ी सफलता हासिल करेगा। आसिफ ने यह टिप्पणी मंगलवार को ‘समा टीवी’ को दिए एक साक्षात्कार में की, जब एंकर ने उनसे भारतीय राजनेताओं और शीर्ष सैन्य अधिकारियों के हालिया बयानों के बारे में पूछा। मंत्री ने कहा कि सशस्त्र टकराव का खतरा है तथा पाकिस्तान सतर्क है और स्थिति पर नजर रख रहा है। एक सवाल के जवाब में आसिफ ने कहा, भारत के साथ युद्ध की संभावनाएं वास्तविक हैं। उन्होंने दावा किया कि भारत के साथ युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान को अधिक अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने फिर उगला जहर
आसिफ ने कहा, मैं तनाव नहीं बढ़ाना चाहता, लेकिन जोखिम वास्तविक हैं, और मैं इससे इनकार नहीं कर रहा। अगर युद्ध की नौबत आई, तो ईश्वर की कृपा से हम पहले से बेहतर परिणाम प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के समर्थक और सहयोगी छह महीने पहले की तुलना में अब ज्यादा हैं, जबकि दावा किया कि भारत ने उन देशों का भी समर्थन खो दिया है जो मई में हुए संघर्ष से पहले उसके पक्ष में थे।हालांकि, आसिफ ने इस श्रेणी में किसी भी देश का नाम लेने से परहेज किया।
आसिफ ने यह भी दावा किया कि मुगल बादशाह औरंगजेब के शासनकाल को छोड़कर, भारत कभी भी एकजुट राष्ट्र नहीं था और पाकिस्तान अल्लाह के नाम पर बनाया गया था और मई में हुए संघर्ष के दौरान कई आंतरिक मुद्दों के बावजूद वह एकजुट रहा। उन्होंने कहा, घर में हम बहस करते हैं और प्रतिस्पर्धा करते हैं। भारत के साथ लड़ाई में हम एकजुट होते हैं।
अगर पाकिस्तान विश्व मानचित्र पर बना रहना चाहता है तो उसे आतंकवाद का समर्थन बंद करना होगा
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल में पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि अगर वह विश्व मानचित्र पर बना रहना चाहता है तो उसे सरकार प्रायोजित आतंकवाद का समर्थन करना बंद करना होगा। इसके अलावा, एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय हमलों में अमेरिकी एफ-16 जेट सहित कम से कम एक दर्जन पाकिस्तानी सैन्य विमान नष्ट हो गए या क्षतिग्रस्त हो गए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम में कहा था कि भारत अपने नागरिकों की रक्षा और अपनी एकता व अखंडता की रक्षा के लिए, जब भी आवश्यक हो, किसी भी सीमा को पार कर सकता है। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया।