जयपुर। पिछले दिनों बयानबाजी को लेकर अपनी सरकार पर सवाल खड़े करने वाले राजस्थान सरकार के पूर्व राज्यमंत्री और उदयपुर वाटी क विधायक राजेंद्र गुढ़ा पर पुलिस का शिंकजा कस चुका है. आज सुबह करीब 10 बजकर 30 मिनिट पर जोधपुर पुलिस ने विधायक गुढ़ा के बंगले पर छापा मारा. बताया जा रहा है कि यह मामला दिनांक 02072023 का है. जानकारी में सामने आया है कि पीपाड़ थानाधिकारी ने यहां छापा मारा है. हालाकिं राजेंद्र गुढ़ा पहले ही इस बंगले को खाली कर चुकी है. सूत्रो के हवाले से खबर आ रही है कि यह मामला गुढा के किसी परिचित का है.
मामले को लेकर जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि पीपाड़ पुलिस सिर्फ मामले में मौका मुआयना करने गई थी. मामले में 2 आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है सूत्रो के हवाले से यह भी खबर आ रही है कि मामले में दुष्कर्म पीडिता को विधायक राजेंद्र के घर पर रखा गया था.
दरअसल पिछले करीब एक महीने से विधायक राजेंद्र गुढा ने अपनी सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर रखा है. राजेंद्र गुढ़ा पहले महिला सुरक्षा को लेकर विधानसभा के मानसून सत्र में अपनी सरकार और राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए. इसको लेकर सीएम गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से अनुशंसा की उसके बाद राज्यपाल मिश्र ने गुढा मंत्री मंडल से बर्खास्त कर दिया. फिर गुढ़ा ने प्रेस-वार्ता कर सीएम गहलोत पर सीधा निशाना साधा. गुढ़ा ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत की सरकार भ्रष्टाचार पर टिकी हुई है. और इस सरकार के सारे काले कारनामों का काला चिठ्ठा उनके पास लाल ड़ायरी में मौजूद है. इस बयान के बाद राजस्थान की राजनीति में लाल ड़ायरी से माहौल गर्म हो गया. विधामसभा से भी गुढ़ा को सदन से निलंबित कर दिया.
बुधवार को फिर से गुढा ने प्रेस-कांफ्रेस कर लाल ड़ायरी के 3 पेज खोले और मीडिया को बताया कि यह तो अभी ट्रेलर ही है. ड़ायरी पर सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को आड़े हाथ लिया. और साथ में यह भी कहा था कि सीएम गहलोत मुझे फर्जी केस में फसाना चाह रहे है.
फिलहाल इस पुलिस कार्रवाई को गुढा के इस बयान से जोड़ कर देखा जा रहा है. पुलिस कार्रवाई में जोधपुर ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र यादव ने प्रेस कांफ्रेस कर सवालों के जबाव दिए. जोधपुर के पीपाड़ थाना पुलिस दो आरोपियों को लेकर मौका तस्दीक करने के लिए राजेन्द्र गुढ़ा के जयपुर आवास पर पहुंची. जोधपुर ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि राजेन्द्र गुढ़ा का इस मामले से कोई सम्बन्ध नहीं हैं. पोक्सो एक्ट के दो आरोपी को मौका तस्दीक के लिए लाया गया हैं. दुष्कर्म की पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आरोपी उसे गुढ़ा के आवास के रैन-बसेरे में ले गए थे. इस आरोप की जांच करने के लिए आरोपियों को तस्दीक के लिए गुढ़ा के आवास पर लाए थे. इस कार्रवाई से जयपुर में हड़कंप मच गया.