नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 11 राज्यों के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली नौ ‘वंदे भारत’ रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इन राज्यों में राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इन रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाई. नयी वंदे भारत रेलगाड़ियां उदयपुर-जयपुर, तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई, हैदराबाद-बेंगलुरु, विजयवाड़ा-चेन्नई, पटना-हावड़ा, कासरगोड-तिरुवनंतपुरम, राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी, रांची-हावड़ा और जामनगर-अहमदाबाद के बीच चलेंगी.
यात्रियों के समय मे होगा बचाव
राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और तिरुनेलवेल्ली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस से पुरी और मदुरै जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों के बीच संपर्क सुविधा बढ़ेगी। विजयवाड़ा-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस रेनीगुंटा के रास्ते संचालित होगी और तिरुपति धार्मिक स्थल तक संपर्क उपलब्ध कराएगी. इससे पहले एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि ये ट्रेन देश भर में कनेक्टिविटी में सुधार और रेल यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम हैं. बयान में कहा गया, ‘‘वंदे भारत ट्रेन अपने संचालन के मार्गों पर सबसे तेज गति वाली ट्रेन होंगी और इससे यात्रियों का काफी समय बच सकेगा।’’
राजस्थान को मिली तीसरी वंदे भारत ट्रेन
इसके मुताबिक, राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी और कासरगोड-तिरुवनंतपुरम मार्ग पर वर्तमान की सबसे तेज ट्रेन की तुलना में, वंदे भारत ट्रेन से संबंधित गंतव्यों के बीच यात्रा के समय में लगभग तीन घंटे कम हो जाएंगे. इसी तरह, हैदराबाद-बेंगलुरु के मार्ग पर ढाई घंटे से अधिक जबकि तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई मार्ग पर सफर में दो घंटे से अधिक समय बचेगा. वंदे भारत ट्रेन के जरिये रांची-हावड़ा, पटना-हावड़ा और जामनगर-अहमदाबाद के बीच यात्रा का समय इन गंतव्यों के बीच वर्तमान में उपलब्ध सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग एक घंटे कम हो जाएगा. इसी तरह, वंदे भारत से उदयपुर-जयपुर के बीच यात्रा का समय करीब आधा घंटा कम हो जाएगा.