Operation Sindoor : संसद में चल रही ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष और खासकर राहुल गांधी के सवालों का करारा जवाब दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस सैन्य कार्रवाई को लेकर किसी भी अंतरराष्ट्रीय नेता ने आपत्ति नहीं जताई थी।
पीएम मोदी ने बताया, “दुनिया के किसी भी नेता ने ऑपरेशन सिंदूर को रोकने की बात नहीं की। अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझे फोन कर आगाह किया कि पाकिस्तान एक बड़ा हमला करने की तैयारी में है। मेरा जवाब था—अगर पाकिस्तान ऐसा करने जा रहा है, तो उसे इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
प्रधानमंत्री ने आगे बताया कि उन्होंने अमेरिका को साफ शब्दों में कहा था, “हम गोली का जवाब गोले से देंगे। यही हमारा जज़्बा है।” उन्होंने कहा कि 9 मई की रात और 10 मई की सुबह भारत की मिसाइलें पाकिस्तान की सैन्य ताकत पर बारीक़ी से प्रहार कर रही थीं, जिससे पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया और घुटनों पर आ गया।
Speaking in the Lok Sabha.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 29, 2025
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पाकिस्तान ने गुहार लगाई—बस करो, अब और मार नहीं सह सकते
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में कहा, “जब पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार हुआ, तो उन्होंने डीजीएमओ को फोन कर कहा—बस करो, बहुत मारे। अब और मार झेलने की ताकत नहीं है। प्लीज हमला रोक दो।” मोदी ने आगे बताया कि भारत ने पहले ही दिन स्पष्ट कर दिया था कि हमारा लक्ष्य पूरा हो चुका है। लेकिन साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर पाकिस्तान फिर से कोई हरकत करेगा, तो इसका खामियाजा बहुत भारी पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने दो टूक कहा कि भारत की नीति एकदम साफ थी—हमारा निशाना उनके आकाओं के ठिकाने थे। यह नीति सेना के साथ मिलकर रणनीतिक रूप से तय की गई थी। नरेंद्र मोदी ने कहा कि 10 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रहे एक्शन को रोकने की घोषणा की, इसे लेकर यहां भांति भांति की बातें की गईं. ये वहीं प्रोपेगेंडा है जो सीमा पार से यहां फैलाया गया है।