श्रीनगर,पीएम मोदी धारा 370 हटने के बाद आज पहली बार जम्मू कश्मीर का दौरा, श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे पर पीएम का उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और भाजपा के वरिष्ठ नेता ने स्वागत किया.अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे से मोदी सेना की 15 या चिनार कोर के मुख्यालय बादामीबाग छावनी गए,जहां उन्होंने युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.वहीं थोड़ी देर में बख्शी स्टेडियम में सभा को करेंगे संबोधित
बख्शी स्टेडियम में उमड़ा लोगों का सैलाब
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में शमिल होने के लिए पूरे जम्मू-कश्मीर से बड़ी संख्या में लोग मोदी का मुखौटा पहनकर और उनके समर्थन में नारेबाजी करते हुए श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम पहुंचे.
जम्मू कश्मीर को 6400 करोड़ रुपए से अधिक की सौगात
श्रीनगर के बक्शी स्टेडियम में ‘विकसित भारत, विकसित जम्मू कश्मीर’ कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान PM मोदी ने 6,400 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की सौगात दी.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
वहीं, इस स्थिति में सुरक्षाकर्मियों को भीड़ को संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन पर वहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है, लेकिन लोगों की आवाजाही पर किसी भी प्रकार का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. अधिकारियों ने कहा कि पूरी कश्मीर घाटी में जनजीवन सामान्य है और यहां अधिकांश दुकानें एवं अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले हैं.उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की रैली स्थल के आसपास यातायात में बदलाव को छोड़कर घाटी के किसी भी हिस्से में लोगों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है.
यातायात में किए गए ये बदलाव
अधिकारियों ने कहा, ”लोगों को आने-जाने की इजाजत दी गई है और कश्मीर में कहीं भी कोई प्रतिबंध नहीं है. हालांकि, ट्रैफिक पुलिस ने कार्यक्रम स्थल के आसपास यातायात में कुछ बदलाव किए हैं, लेकिन इसके अलावा लोगों की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है.अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए शहर के जहांगीर चौक से रामबाग और राजबाग से एलडी अस्पताल-तुलसी बाग मार्ग पर यातायात की आवाजाही सुबह 4 बजे से शाम 7 बजे तक प्रतिबंधित कर दी गई है.उन्होंने कहा कि जहांगीर चौक-सोलिना-राम बाग मार्ग भी यातायात की आवाजाही के लिए प्रतिबंधित है.इसी तरह, राज बाग-एलडी अस्पताल-तुलसी बाग के अलावा गुपकर रोड से ऑल इंडिया रेडियो के श्रीनगर कार्यालय तक भी यातायात की आवाजाही प्रतिबंधित है. हालांकि चिकित्सा की आपात स्थितियों में लोगों को संभावित सबसे छोटे मार्ग से अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा.