Khaleda Zia Death: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिया जिया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने ढाका के एवरकेयर अस्पताल में अंतिम सांस ली. वह काफी लंबे समय से बीमार थीं. उनके निधन पर पीएम मोदी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि पड़ोसी देश के विकास और भारत-बांग्लादेश संबंधों में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘ढाका में पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष बेगम खालिदा जिया के निधन की खबर सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ. उनके परिवार और बांग्लादेश के सभी लोगों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदनाएं. ईश्वर उनके परिवार को इस दुखद घड़ी को सहने की शक्ति प्रदान करें.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘मुझे 2015 में ढाका में उनसे हुई सौहार्दपूर्ण मुलाकात याद है. हम आशा करते हैं कि उनका दृष्टिकोण और विरासत हमारी साझेदारी को आगे भी दिशा देती रहेगी. उनकी आत्मा को शांति मिले.’
ঢাকায় সাবেক প্রধানমন্ত্রী ও বিএনপি চেয়ারপার্সন বেগম খালেদা জিয়ার পরলোকগমনের সংবাদে গভীরভাবে শোকাহত।
— Narendra Modi (@narendramodi) December 30, 2025
তাঁর পরিবার এবং বাংলাদেশের সকল মানুষের প্রতি আমাদের আন্তরিক সমবেদনা। সর্বশক্তিমান যেন এই অপূরণীয় ক্ষতি সহ্য করার শক্তি তাঁর পরিবারকে দান করেন।
বাংলাদেশের প্রথম নারী… pic.twitter.com/Aezd2Hl7x6
खालिदा जिया के निधन पर 7 दिन के शोक का ऐलान
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने अपनी अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के निधन के बाद मंगलवार को 7 दिन के आधिकारिक शोक की घोषणा की. समाचार पोर्टल ‘TBSन्यूजडॉटनेट’ के अनुसार, बीएनपी के वरिष्ठ संयुक्त महासचिव रुहुल कबीर रिजवी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 7 दिवसीय शोक कार्यक्रम की रूपरेखा बताई जिसके तहत नयापलटन स्थित BNP के केंद्रीय कार्यालय और देशभर में पार्टी कार्यालयों पर काले झंडे लगाए जाएंगे. पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक उनकी स्मृति में काले बैज पहनेंगे.
पार्टी कार्यालय के बाहर रखी गई कंडोलेंस बुक
बांग्लादेश में पार्टी कार्यालयों और अन्य स्थानों पर दुआ महफिलें (प्रार्थना सभाएं) आयोजित की जाएंगी और कुरान पढ़ी जाएगी. बीएनपी के केंद्रीय कार्यालय, पार्टी अध्यक्ष के ढाका स्थित गुलशन कार्यालय और जिला कार्यालयों में कंडोलेंस बुक रखी गई हैं ताकि सदस्य और आम जनता उनकी याद में चंद शब्द लिख सकें और उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें.




