दिल्ली। पेपरफ्राई के सह-संस्थापक और सीईओ अंबरीश मूर्ति का दिल का दौरा पड़ने से लेह में निधन हो गया. कंपनी के सह-संस्थापक और CEO आशीष शाह ने मंगलवार को जानकारी दी. अंबरीश मूर्ति का निधन 51 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से हुआ. अंबरीश मूर्ति ने हाल ही में अपनी लिंक्डइन पोस्ट पर पेपरफ्राई में 12 साल पूरे करने की घोषणा की. अंबरीश के साथी और पेपरफ्राई के सह-संस्थापक और सीओओ आशीष शाह ने एक ट्वीट में कहा, ”यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि मेरे दोस्त, गुरु, भाई, आत्मीय अंबरीश मूर्ति अब नहीं रहे। कल रात लेह में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।”
मूर्ति का जीवन काल
10 सितंबर 1971 को जन्म लेने वाले अंबरीश मूर्ति ट्रैकिंग के बड़े शौकीन थे. छुट्टियों के लिए उनकी पसंदीदा जगह लेह लद्दाख थी. एक इंटरव्यू के दौरान मूर्ति ने बताया था कि जंस्कार वैली के चादर ट्रैक में उनका ट्रैकिंग अनुभव उनके सबसे अच्छे अनुभवों में से एक था.
मूर्ति ने 1990-1994 में दिल्ली टेक्नॉलॉजिकल यूनिवर्सिटी से सिवल इंजीनियरिंग की. 1994-1996 में IIM कलकत्ता से MBA पूरा किया. इसके बाद कैडबरी में मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर शामिल हो गए. कंपनी ने उन्हें एरिया सेल्स मैनेजर बनाकर केरल भेज दिया. करीब 5 साल बाद 2001 में उन्होंने कैडबरी छोड़ दी. अंबरीश ने 2011 में शाह के साथ मिलकर पेपर फ्राई कंपनी की शुरुआत की इस कंपनी का काम घर के फर्नीचर और घर की सजावट करना था.