नई दिल्ली, बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों को लेकर शुक्रवार को लोकसभा में कांग्रेस सदस्यों के विरोध जताया, जिसके चलते भारी हंगामा के बीच कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल ने दुबे के आरोपों से जुड़े विषय को उठाने का प्रयास किया, हालांकि आसन से इसकी अनुमति नहीं मिली.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कही ये बात
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस सदस्यों से सदन चलने देने की अपील की. उन्होंने कहा, ”प्रश्नकाल है, क्या आप सदन चलाना नहीं चाहते? सदन मर्यादा, गरिमा और उच्च कोटि की परंपराओं से चलेगा. सदन के अंदर न गरिमा गिरने दूंगा और न मर्यादा कम होने दूंगा.” इससे पहले कांग्रेस सदस्यों का विरोध जारी रहने पर बिरला ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के 1 मिनट के भीतर इसे दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया था.
दोपहर 12 बजे लोकसभा की बैठक पुन: शुरू हुई तो पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया ने आवश्यक कागजात पेश कराने के बाद शून्यकाल शुरू कराया.
निशिकांत दुबे फिर लगाया राहुल गांधी पर आरोप
कांग्रेस सदस्य दुबे के आरोपों को लेकर कुछ कहना चाह रहे थे. सैकिया ने कहा कि गुरुवार को भाजपा सांसद दुबे अपनी बात पूरी नहीं कर पाए थे, पहले उन्हें मौका दिया जाएगा और उसके बाद कांग्रेस सदस्य अपनी बात रख सकते हैं. दुबे ने कल की तरह ही फिर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर एक अमेरिकी कारोबारी के साथ मिलकर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया. उन्होंने गुरुवार को सदन में कहा था कि वह राहुल गांधी से 10 सवाल पूछना चाहते हैं.
9 दिसंबर तक स्थगित की कार्यवाही
आज भी दुबे ने अपनी बात दोहराई और नेता प्रतिपक्ष से सवाल पूछना शुरू किया. इसी बीच विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी तेज कर दी और पीठासीन सभापति सैकिया ने करीब 10 मिनट बाद कार्यवाही सोमवार यानि 9 दिसंबर सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी.
निशिकांत दुबे ने लगाया था ये आरोप
दुबे ने कल यानि गुरुवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर विदेशी संगठनों और लोगों के माध्यम से देश की संसद, सरकार तथा अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया, जिस पर भारी हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी.
कांग्रेस ने आरोपों पर किया था पलटवार
कांग्रेस ने सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कल दुबे और भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा था कि जब अडानी ग्रुप के ‘‘भ्रष्टाचार’’ का मुद्दा उठाया जाता है तो अडानी के एजेंट और स्लीपर सेल सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी तथा विपक्ष के बारे में अपमानजनक बातें करते हैं. कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया था कि दुबे अपने शब्द वापस लें और माफी मांगें.