नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वाराणसी और उज्जैन सहित देश के तीर्थस्थलों के विकास के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए बुधवार को बताया कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पांच दिन में 13 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। राष्ट्रपति ने संसद के बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा एवं राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने तीर्थस्थलों के विकास के लिए जो काम किए हैं उससे देश में तीर्थयात्रा आसान हुई है, वहीं दुनिया भी भारत में ‘हैरिटेज टूरिज्म’ को लेकर आकर्षित हुई है।
उन्होंने कहा कि बीते एक वर्ष में आठ करोड़ से अधिक लोग काशी गए हैं। उन्होंने कहा कि पांच करोड़ से अधिक लोगों ने उज्जैन में महाकाल के दर्शन किए हैं। उन्होंने कहा कि 19 लाख से अधिक लोगों ने केदारनाथ धाम की यात्रा की है। राष्ट्रपति ने बताया, ‘‘अयोध्याधाम में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पांच दिन में 13 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।’’ उनकी इस बात का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित सत्ता पक्ष के विभिन्न सदस्यों ने मेजें थपथपा कर स्वागत किया।
इससे पहले राष्ट्रपति ने कहा कि अयोध्या में ‘राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी, आज यह सच हो चुकी है।’’ उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 जनवरी को अयोध्या में राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया था। देश भर से आये सात हजार से अधिक गणमान्य लोगों ने भी इस समारोह में हिस्सा लिया था।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि दुनियाभर में गंभीर संकट के बीच भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था है और पिछली लगातार दो तिमाहियों में आर्थिक वृद्धि दर साढ़े सात प्रतिशत रही है।
उल्लेखनीय है चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही है। वहीं जुलाई-सितंबर की दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था 7.6 प्रतिशत की दर से बढ़ी है।
उन्होंने बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा एवं राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ भारत को पहले पांच सबसे नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल किया जाता था। आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ दुनियाभर में गंभीर संकट के बीच भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है।’’ उन्होंने कहा कि देश में पहले मुद्रास्फीति की दर दहाई अंक में रहा करती थी जो अब चार प्रतिशत है। बैंकिंग क्षेत्र पर उन्होंने कहा, ‘‘ पहले हमारी बैंकिग व्यवस्था चरमरा रही थी, पर आज हम विश्व में सबसे मजबूत बैंकिंग प्रणालियों में से एक हैं। आज बैंकों की गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) चार प्रतिशत ही हैं।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ विकसित भारत की भव्य इमारत चार स्तंभो- युवा शक्ति, नारी शक्ति, किसान और गरीब पर खड़ी होगी। इन चार स्तंभों को सशक्त करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है।’’ राष्ट्रपति ने सरकार की प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहा कि ‘‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’’ के मोर्चे पर काम लगातार जारी है।