India-Pakistan Tensions: पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और जम्मू-कश्मीर के 5 सीमावर्ती जिलों में बिना उकसावे के गोलीबारी की जिसका भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया.
लगातार 8वीं रात सीजफायर का उल्लंघन
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया यह लगातार 8वीं रात थी जब पाकिस्तान ने एलओसी के पास गोलीबारी की. यह गोलीबारी ऐसे समय में की जा रही है जब 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है. एलओसी और आईबी के पास रहने वाले आम नागरिकों ने अपने सामुदायिक और निजी बंकरों की सफाई शुरू कर दी है, ताकि गोलाबारी बढ़ने की स्थिति में वे वहां शरण ले सकें.
रक्षा प्रवक्ता ने दी ये जानकारी
जम्मू में एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘1 और दो मई की दरमियानी रात पाकिस्तानी सैन्य चौकियों की तरफ से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, पुंछ, नौशेरा और अखनूर क्षेत्रों के सामने स्थित एलओसी पर बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई. उन्होंने बताया कि भारतीय सैनिकों ने इसका माकूल जवाब दिया.
पाकिस्तान ने शुरुआत में उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामूला जिलों में एलओसी के पास कई चौकियों पर बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की फिर पुंछ सेक्टर और जम्मू क्षेत्र के अखनूर सेक्टर में भी संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. इसके पश्चात राजौरी जिले के सुंदरबनी और नौशेरा सेक्टर में एलओसी के पास स्थित कई चौकियों पर छोटे हथियारों से गोलीबारी कर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया. जम्मू जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर परगवाल सेक्टर में गोलीबारी की गई.
भारत ने पाकिस्तान को दी थी चेतावनी
भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच हाल में हॉटलाइन बातचीत में भारत ने पाकिस्तान को आगाह किया था, इसके बावजूद गोलीबारी रुक नहीं कर रही है.
LoC के पास रहने वालों ने शुरू की बंकर की सफाई
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के कुछ घंटों के उपरांत 24 अप्रैल की रात से पाकिस्तानी सैनिक एलओसी पर विभिन्न स्थानों पर बिना उकसावे के गोलीबारी कर रहे हैं. एलओसी और आईबी के निकट रहने वाले आम नागरिकों ने गोलाबारी बढ़ने की स्थिति में अपने सामुदायिक और निजी बंकरों को साफ करना शुरू कर दिया है ताकि उन्हें रहने लायक बनाया जा सके.
केंद्र सरकार ने 2017 में 14,460 निजी और सामुदायिक बंकरों के निर्माण को मंजूरी दी थी. अधिकारियों ने बताया कि सांबा, कठुआ, जम्मू, पुंछ और राजौरी जिले में 8,600 से अधिक सामुदायिक और निजी बंकर बनाए गए हैं. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जहां आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में फसलों की कटाई पूरी हो चुकी है वहीं कठुआ, सांबा, राजौरी और पुंछ जिलों में यह अब भी जारी है.
इसे भी पढ़ें: Rajasthan Weather: राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई जगह बारिश, कुछ हिस्सों में तेज गर्मी, पारा पहुंचा 46 डिग्री के पार