नई दिल्ली। भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया और कई आतंकी ठिकानों पर ब्रह्मोस को तबाह कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान घबरा गया और अमेरिका से सीजफायर करवाने का आग्रह किया और 10 जून को दोनों देशों के बीच शांति समझौता पर सहमति बनी। लेकिन इसी बीच पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने भारत के खिलाफ एकबार फिर से भड़काऊ बयानबाजी की है। मुनीर ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को एक ‘वैध संघर्ष’ बताते हुए कहा कि उनका देश कश्मीर के लोगों के संघर्ष में हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा।
स्वतंत्रता के लिए आतंकवाद वैध : मुनीर
फील्ड मार्शल मुनीर ने भारत को भविष्य में किसी भी हमले की स्थिति में करारा जवाब देने की चेतावनी भी दी। मुनीर ने शनिवार को कराची स्थित पाकिस्तान नौसेना अकादमी में पासिंग आउट समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत जिसे आतंकवाद कहता है, वह वास्तव में स्वतंत्रता के लिए एक वैध और कानूनी संघर्ष है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून द्वारा मान्यता प्राप्त है।
उन्होंने दावा किया, जिन लोगों ने कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं को दबाने और समाधान के बजाय संघर्ष को खत्म करने की कोशिश की, उन्होंने अपने कृत्यों के माध्यम से इस आंदोलन को और अधिक प्रासंगिक बना दिया है।
मुनीर ने कश्मीर को पाकिस्तान की गले की नस बताया
मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार के संघर्ष में उनके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा, पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार कश्मीर मुद्दे के न्यायोचित समाधान का प्रबल समर्थक है। अतीत में पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने कश्मीर को पाकिस्तान की गले की नस बताया था।
भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि केंद्र-शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख हमेशा उसके अभिन्न अंग थे, हैं और रहेंगे। भारत सरकार के पांच अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त करने, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने और राज्य को दो-केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास बढ़ गई।
पाकिस्तान ने दिया करारा जवाब : मुनीर
मुनीर ने दावा किया कि पाकिस्तान ने दो बार भारतीय सैन्य हमले का करारा जवाब देने के बाद खुद को विशुद्ध रूप से क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने वाले के रूप में साबित कर दिखाया। वह स्पष्ट रूप से पुलवामा आतंकी हमले के बाद 2019 के बालाकोट हमले और हाल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र कर रहे थे।
उन्होंने दावा किया, गंभीर उकसावे के बावजूद पाकिस्तान ने संयम और परिपक्वता के साथ काम किया तथा क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के लिए अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया, जिसके कारण पाकिस्तान ने विशुद्ध रूप से क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने वाले की भूमिका निभाई है। मुनीर ने कहा, जैसा कि हम लगातार, लेकिन निश्चित रूप से, अपनी व्यापक राष्ट्रीय शक्ति का निर्माण कर रहे हैं, वैसे में रणनीतिक दंड से मुक्ति या गलत अनुमान के भ्रम में पाकिस्तान की कथित कमजोरी का फायदा उठाने वाले किसी भी दुश्मन को त्वरित और बहुत ही करारा जवाब मिलेगा।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान अपने विरोधियों के प्रयासों से विचलित हुए बिना प्रगति, विकास और समृद्धि के मार्ग पर आगे बढ़ता रहेगा। उन्होंने हर तरह के आतंकवाद को समाप्त करने के लिए सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता भी दोहराई और इस लड़ाई को उसके तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने का संकल्प लिया।