Impeachment Motion: वोट चोरी के खिलाफ पूरा विपक्ष एकजुट होता नजर आ रहा है. इसी को लेकर विपक्ष की तरफ से मुख्य निर्वाचन आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया जा सकता है. सोमवार को संसद भवन में इंडिया गठबंधन की बैठक हुई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जिसमें महाभियोग प्रस्ताव लाने पर चर्चा हुई. गठबंधन के नेताओं ने माना कि जरूरत पड़ने पर नियमों के तहत महाभियोग प्रस्ताव लाकर CEC को पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा, “अगर ज़रूरत पड़ी तो हम नियमों के तहत लोकतंत्र के सभी हथियार इस्तेमाल करेंगे. अभी तक हमने (महाभियोग के बारे में) कोई चर्चा नहीं की है, लेकिन ज़रूरत पड़ी तो हम कुछ भी कर सकते हैं.”
मुख्य चुनाव आयुक्त ने राहुल गांधी को दी थी चुनौती
वोट चोरी के आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि “या तो हलफनामा देना होगा या देश से माफ़ी मांगनी होगी. कोई तीसरा विकल्प नहीं है. अगर 7 दिनों के अंदर हलफनामा नहीं मिलता है तो इसका मतलब है कि ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं”
‘चुनाव आयोग के लिए, कोई पक्ष या विपक्ष नहीं है, सभी समकक्ष हैं’
वोट चोरी के आरोपों और बिहार में SIR के मुद्दे पर रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, कि कानून के अनुसार, हर राजनीतिक दल का जन्म चुनाव आयोग में पंजीकरण से होता है, तो चुनाव आयोग उन राजनीतिक दलों के बीच भेदभाव कैसे कर सकता है. चुनाव आयोग के लिए, कोई पक्ष या विपक्ष नहीं है, सभी समकक्ष हैं.
वोट चोरी जैसे शब्दों का इस्तेमाल संविधान का अपमान
उन्होंने कहा, ‘कानून के अनुसार अगर समय रहते मतदाता सूचियों में त्रुटियां साझा न की जाए, अगर मतदाता द्वारा अपने उम्मीदवार को चुनने के 45 दिनों के भीतर हाईकोर्ट में चुनाव याचिका दायर नहीं की जाए, और फिर वोट चोरी जैसे गलत शब्दों का इस्तेमाल करके जनता को गुमराह करने का असफल प्रयास किया जाए, तो यह भारत के संविधान का अपमान नहीं तो और क्या है?”