India Strike In Pakistan: सरकार ने बुधवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम देकर भारत ने पहलगाम जैसे सीमापार हमलों पर जवाब देने, उन्हें रोकने और धता बताने के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया है. सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि उसका ध्यान आतंकी ढांचे को नष्ट करने और आतंकवादियों को निष्क्रिय करने पर केंद्रित है. भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए जाने के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की प्रेस ब्रीफिंग में यह बयान जारी किया गया.
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान स्थित जिन आतंकी ठिकानों पर हमला किया उनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके शामिल हैं. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को 26 नागरिकों के नरसंहार के दो सप्ताह बाद ये मिसाइल हमले किए गए.
भारत की कार्रवाई नपी तुली, टकराव को नहीं बढ़ाने वाली: विक्रम मिस्री
विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने कहा कि ये कार्रवाई नपी-तुली, टकराव को नहीं बढ़ाने वाली और जिम्मेदाराना थीं. पहलगाम हमले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रेस वक्तव्य का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें ‘आतंकवाद के इस निंदनीय कृत्य के अपराधियों, आयोजकों, वित्तपोषकों और प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराने और उन्हें न्याय के दायरे में लाने की आवश्यकता को रेखांकित किया गया. भारत की ताजा कार्रवाई को इस परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए.’
#WATCH दिल्ली: #OperationSindoor | विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "25 अप्रैल को UNSC की प्रेस वक्तव्य में TRF के संदर्भ को हटाने के लिए पाकिस्तान के दबाव पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। पहलगाम आतंकी हमले की जांच से पाकिस्तान के साथ आतंकवादियों के संपर्क उजागर हुए हैं…" pic.twitter.com/W2kx2gUyaZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2025
पाकिस्तान आरोप लगाने और सच्चाई को नकारने में लगा रहा : मिस्री
मिस्त्री ने कहा कि 22 अप्रैल के आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले आतंकियों और इसकी साजिश रचने वालों को न्याय के दायरे में लाना जरूरी माना जा रहा था. उन्होंने कहा, ‘हमले के बाद एक पखवाड़ा गुजरने पर भी पाकिस्तान की ओर उसकी सरजमीं पर और उसके नियंत्रण वाले क्षेत्र में आतंकी ढांचे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कोई कदम उठता नहीं दिखा. इसके बजाय वह आरोप लगाने और सचाई को नकारने में लगा रहा.’
#WATCH दिल्ली: #OperationSindoor | विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "पाकिस्तान आधारित आतंकवादी मॉड्यूल पर हमारी खुफिया निगरानी ने संकेत दिया है कि भारत पर आगे भी हमले हो सकते हैं, अत: इन्हें रोकना और इसने निपटना दोनों को बेहद आवश्यक समझा गया। आज सुबह भारत ने इस तरह के सीमा पार… pic.twitter.com/ohJmxNIhUg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2025
भारत के खिलाफ और हमलों की आशंका है : मिस्री
विदेश सचिव ने कहा, ‘पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को लेकर हमारी खुफिया निगरानी ने संकेत दिया कि भारत के खिलाफ और हमलों की आशंका है. इसलिए इन्हें रोकने और धता बताने की अनिवार्यता थी. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि पहलगाम हमले का मकसद जम्मू कश्मीर के सामाजिक हालात में खलल डालना था जहां प्रगति और विकास हो रहा है. पहलगाम हमले का मकसद सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना भी था.
#WATCH दिल्ली: #OperationSindoor | विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "22 अप्रैल 2025 को लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित पाकिस्तानी और पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला किया और 25 भारतीय नागरिकों और 1 नेपाली नागरिक की हत्या कर दी…उन्होंने… pic.twitter.com/YVm0MEcgJk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 7, 2025
पहलगाम हमले में पाकिस्तान का हाथ होने का खुलासा : मिस्री
विक्रम मिस्त्री ने कहा कि पहलगाम हमले की जांच में पाकिस्तान के तार इससे जुड़े होने का खुलासा हुआ. उन्होंने कहा, ‘हमारे खुफिया तंत्र ने पहलगाम हमले में शामिल और इसकी साजिश रचने वालों की पहचान की. भारत ने आज सुबह आतंकी ढांचे को तबाह करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया.’
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