मुंबई। इजराइल पर चरमपंथी हमास के हमले के चलते फंसे रहने के बाद वापस भारत लौटी अभिनेत्री नुसरत भरूचा ने मंगलवार को कहा कि वे 36 घंटे उनके जीवन के सबसे अविस्मरणीय और चुनौतीपूर्ण थे। अभिनेत्री अपनी फिल्म अकेली की स्क्रीनिंग के लिए हाइफा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए इजराइल गई थी।
सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए वीडियो में उन्होंने कहा पिछला सप्ताह हमेशा मेरी याद में अंकित रहेगा… वो 36 घंटे मेरे जीवन के सबसे अविस्मरणीय और चुनौतीपूर्ण रहेंगे। महोत्सव में उनके साथ फिल्म के निर्माता भी थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने छह अक्टूबर को फिर से मिलने के वादे के साथ जश्न मनाते हुए अपनी यात्रा लगभग समाप्त कर दी थी, लेकिन तभी हमला हो गया। हमने एक दूसरे को अलविदा कह दिया था और अगले दिन वापस आने के लिए तैयार थे। लेकिन शनिवार की सुबह पिछली शाम के जश्न की तरह नहीं थी। हम बम के धमाकों की आवाजों, तेज सायरन सुनकर दशहत के साथ जागे। जैसे ही हम सभी को हमारे होटल के भूमिगत तल में एक आश्रय में ले जाया गया। काफी इंतजार के बाद जब हम वहां से निकले तभी हमें पता चला कि इजराइल पर हमला हो रहा है।
अभिनेत्री ने कहा कि उन्हें जल्द ही एहसास हो गया कि उड़ान के लिए हवाई अड्डे तक पहुंचना काफी मुश्किल भरा होगा और उसके बाद उन्होंने मदद के लिए हताशा के साथ कॉल करना शुरू कर दिया। नुसरत ने कहा हमने भारत सरकार द्वारा जारी की गई सलाह पर नजर बनाए रखी और स्थिति की जानकारी के लिए भारतीय और इजराइली दूतावासों से जुड़े रहे, जिन्होंने हमारे मार्गदर्शन में काफी मदद की। मेरी टीम और मुझे सुरक्षित वापस लाने में मदद और मार्गदर्शन के लिए भारत सरकार, भारतीय दूतावास और इजराइली दूतावास की बहुत आभारी हूं। मैं अपने प्रत्येक शुभचिंतक को भी धन्यवाद देना चाहती हूं।