नई दिल्ली/जम्मू, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने जून में शिव खोड़ी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर हुए घातक आतंकवादी हमले की जांच के तहत शुक्रवार को राजौरी और रियासी जिलों में कई स्थानों पर छापे मारे. अधिकारियों ने बताया कि एनआईए अधिकारी जम्मू-कश्मीर में 7 स्थानों पर छापे मार रहे हैं.
आतंकियों ने श्रद्धालुओं की बस पर की थी गोलीबारी
आतंकवादियों द्वारा नौ जून को श्रद्धालुओं की बस पर की गई गोलीबारी में जम्मू-कश्मीर के बाहर के 7 तीर्थयात्रियों सहित 9 लोगों की मौत हो गई थी और 41 अन्य घायल हो गए थे. शिव खोड़ी मंदिर से कटरा जा रही बस अंधाधुंध गोलीबारी के कारण रियासी के पौनी क्षेत्र में तेरयाथ गांव के पास सड़क से फिसलकर गहरी खाई में गिर गई थी. इस हमले में मारे गए लोगों में राजस्थान से 2 बच्चों समेत नौ लोगों की मौत हो गई थी. गृह मंत्री ने इस आतंकवादी हमले की जांच का जिम्मा 17 जून को एनआईए को सौंपा था.
मामले में अब तक एक व्यक्ति की गिरफ्तारी
इस मामले में अब तक राजौरी के एक व्यक्ति हाकम खान को गिरफ्तार किया गया है, जिसने आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और रसद कथित तौर पर मुहैया कराई थी तथा हमले से पहले इलाके का जायजा लेने में उनकी मदद की थी.
राजौरी और रियासी जिलों में NIA की छापेमारी
अधिकारियों ने बताया कि NIA की कई टीम शुक्रवार सुबह से ही शिव खोड़ी आतंकवादी हमले के सिलसिले में राजौरी और रियासी जिलों में छापे मार रही हैं. उन्होंने बताया कि अभियान जारी है और विस्तृत जानकारी का इंतजार है. एनआईए ने 30 जून को भी राजौरी में ‘हाइब्रिड’ आतंकवादियों और उनके ‘ओवरग्राउंड वर्कर’ से जुड़े 5 स्थानों पर छापे मारे थे.
‘हाइब्रिड’ आतंकवादियों का पता लगा पाना मुश्किल होता है क्योंकि आम लोगों के बीच रहकर सामान्य जीवन जीते हैं और उनका आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होता है जबकि ‘ओवरग्राउंड वर्कर’ उन व्यक्तियों को कहा जाता है जो आतंकवादी संगठनों के लिए गुप्त रूप से काम करते हैं.