Delhi Blast : श्रीनगर। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम ने दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए विस्फोट की जांच के तहत मंगलवार को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग और कुलगाम जिलों में कई जगहों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सहायता से एनआईए के अधिकारी उन दो आरोपियों डॉ. अदील राठेर और जसीर बिलाल वानी को साथ लेकर आए, जिन्हें ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़
यह छापेमारी उन दो आरोपियों की निशानदेही पर की गई जिन्होंने जांचकर्ताओं को अनंतनाग के मट्टन वन क्षेत्र और कुलगाम के काजीगुंड क्षेत्र के वनपोरा में अपने ठिकानों के बारे में बताया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस की मदद से नवंबर के पहले सप्ताह में ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े अंतरराज्यीय मॉड्यूल का खुलासा करते हुए तीन डॉक्टरों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया और 2,900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किया गया था।

विस्फोटकों में अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम नाइट्रेट और सल्फर शामिल थे। इसमें से 360 किलो ज्वलनशील पदार्थ और कुछ हथियार व गोला-बारूद फरीदाबाद में एक आरोपी के किराए के मकान से बरामद किए गए। इस मॉड्यूल के भंडाफोड़ के कुछ ही समय बाद, दिल्ली में लाल किले के पास विस्फोटक रखी एक कार में विस्फोट हुआ, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई। अनंतनाग के नौगाम के बनपोरा में विभिन्न स्थानों पर लगे जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टरों की जांच से आतंकी नेटवर्क का खुलासा हुआ।
आरोपी आमिर राशिद अली को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया
लाल किले के पास विस्फोट मामले के आरोपियों में से एक आमिर राशिद अली को मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया। अली की पुलिस हिरासत की अवधि समाप्त होने पर प्रधान एवं सत्र न्यायाधीश अंजू बजाज चांदना के समक्ष पेश किया गया। उसे दो दिसंबर को पुलिस हिरासत में भेजा गया था। मामले में सुनवाई जारी है। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने इस मामले में अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा भंडाफोड़ किए गए एक ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है।




