Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wprss domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/html/wp-includes/functions.php on line 6114
Prateek Chauvey के नवीनतम विचार, संपादकीय, समाचार और लेख - Page 11
Monday, March 3, 2025
Home New Thought

New Thought

नई सोच

अक्सर ये विचार सबके मन में आता है कि वह अपने आस-पास की समस्याओं को और दुनिया भर की चुनौतियों के समाधान में भागीदार बनें। सही को सही और गलत को गलत बोलने का साहस दिखाए। बदलाव का भागीदार बने। लेकिन यही सोचकर वह जीवनभर चुप रहता है या मुद्दों की अनदेखी की देता कि उसकी सुनेगा कौन, उसकी मानेगा कौन? पर, घने अंधेरे को चीरने का माद्दा एक छोटा सा दीया ही रखता है। वह भटकों को राह दिखाने का काम करता है। उस समय तक जलने का भी हौसला दिखाता है, जब तक आसमान से सूरज की रोशनी बिखरने नहीं लए जाए। पर, ये सब करना अकेले दीये के बूते की बात नहीं है। उसे चमकने के लिए तेल और बाती देने का माध्यम कोई न कोई जरूर बनता है। बस, यही काम समाज में हम सब मिलकर कर सकते हैं। हम सूरज तो नहीं बन सकते, लेकिन दीये को रोशन करने का काम कर सकते हैं। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में मीडिया की भी यही भूमिका है, वह हजारों-लाखों दीपकों को प्रज्जवलित करने के लिए तेल और बातियों को जुटाने का काम कर सकता है। सिस्टम और आमजन के बीच में सेतु बनने का माध्यम बन सकता है।

जागो इंडिया जागो इसी सोच को साकार करने के लिए आप सबके बीच में खड़ा है। जिस देश में नैरेटिव के भ्रम को फैलाकर सरकारें बन और बिगड़ जाती है, जिस दौर में अफवाहें लोगों की सांसें तक छीन लेती हैं, उन संघर्षों और चुनौतियों के बीच किसी को तो यह जिम्मेदारी उठानी होगी कि वह सच, साहस और सकारात्मक सोच के साथ अपनी बात को निडरता, निष्पक्षता और निर्भीकता के साथ कह सके। शुरुआत हमने कर दी है, बस साथ आपको चलना होगा।

निर्देशक
Prateek Chauvey (प्रतीक चौवे)

No posts to display

Trending News