जयपुर। राज्य सरकार ने महात्मा गांधी के विचारों व मूल्यों से नई पीढ़ी को रूबरू करवाने के लिए सेंट्रल पार्क में महात्मा गांधी की स्मृति में गांधी वाटिका बनाई है। शनिवार शाम 5 बजे सांसद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे और सीएम अशोक गहलोत ने लोकार्पण किया। लगभग 85 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस वाटिका में गांधीजी के जीवन जीने के तरीके, उनके आंदोलन और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा को वॉल पेंटिंग और शब्दों के जरिए दर्शाया गया है। इस दौरान खड़गे, राहुल गांधी एवं मुख्यमंत्री ने गांधी वाटिका का अवलोकन किया तथा वहां आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद के.सी. वेणुगोपाल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, गांधी पीस फाउंडेशन के अध्यक्ष कुमार प्रशांत, मुख्य सचिव उषा शर्मा सहित मंत्रिपरिषद् के सदस्य, विधायकगण एवं उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।
जन-जन तक पहुंचेंगे गांधीजी के विचार
लोकार्पण के अवसर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा की गांधीजी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की यह पहल सराहनीय है। अन्य राज्यो को भी इसका अनुसरण करना चाहिए। आज के दौर में जब वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र पर प्रहार हो रहे हैं, ऐसे संस्थान एक आशा की किरण के रूप में देश को एक नई दिशा देने का कार्य करते हैं। आज हम सब को मिलकर गांधीजी के आदर्शों को जीवित रखना है।
डर का सामना करने की सीख
समारोह में राहुल गांधी ने कहा कि गांधीजी को एक व्यक्ति के रूप में ना देखकर जीवन जीने के तरीके के रूप में देखना चाहिए। जीवन में भय का स्थान नहीं होना चाहिए। आज की युवा पीढ़ी को गांधीजी के जीवन से डर का सामना करने की सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यक्ति की आवश्यकताएं सीमित होने पर अहंकार भी समाप्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि कोई भी परिस्थिति स्थाई नहीं होती और साहस के साथ उसका मुकाबला करने से बदलाव जरूर आता है। आज गांधीजी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा गौरवशाली भारत के निर्माण के लिए बताए गए मार्ग के अनुसरण की आवश्यकता है।
गांधी वाटिका में ये हैं खास आकर्षण
• 85 करोड़ रुपए की लागत से बनी
• गांधी वाटिका की विषय वस्तु गांधीवादी विचारकों की समिति के मार्गदर्शन में तैयार की गई है।
• वाटिका के भूतल पर अंग्रेजों के भारत आगमन से लेकर गांधीजी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास तक के कालखंड को 5 हिस्सों में अंकित किया गया है।
• वहीं प्रथम तल पर गांधीजी के भारत में अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलनों एवं उनके दर्शन को प्रदर्शित किया गया है।
• द्वितीय तल पर विशेष पुस्तकालय, सेमिनार हॉल एवं कॉन्फ्रेंस कक्ष निर्मित किए गए हैं। कॉन्फ्रेंस कक्ष को क्रमशः ‘राजस्थान ने पकड़ी गांधी की राह’, ‘गांधी : अपने आइने में मैं’ एवं ‘गांधीजी के सपनों का संसार’ तीन खंडों में बांटा गया है।
• भवन निर्माण में सादगी एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु विशेष रूप से मिट्टी की दीवारें तैयार की गई हैं।
• वाटिका में केलू की छत लगाई गई है।
•वाटिका में 14 हजार पेड़-पौधे लगाए गए हैं।
भाजपा की सोच मनुवादी, फिर गुलाम बना देंगे-खड़गे
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मानसरोवर के शिप्रा पथ पर बनने वाले नये भवन का शनिवार को शिलान्यास कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, राजस्थान प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सहप्रभारी काजी निजामुद्दीन, अमृता धवन, वीरेन्द्र सिंह राठौड़ भी उपस्थित रहे। शिलान्यास के बाद कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 2024 में कांग्रेस सरकार आई तो तत्काल महिला आरक्षण देंगे। नई संसद भवन के लोकार्पण के समय में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया गया। यह राष्ट्रपति का अपमान है। उन्हें आदिवासी होने की वजह से नहीं बुलाया। इससे पहले कोविंद राष्ट्रपति थे तो उन्हें संसद भवन के शिलान्यास में नहीं बुलाया, क्योंकि वे अछूत मानते हैं। अछूत के आने से ये गंगाजल से जगह को धोते हैं। ये केवल कहने के लिए दलित और आदिवासी को आगे करने की बात कहते हैं। खड़गे ने कहा कि आपने भाजपा को जिताया तो मनु के दिन फिर लौट कर आएंगे और आपलोग गुलाम बन जाओगे। अगर आप लोग गुलाम नहीं बनना चाहते हो तो कांग्रेस को वोट दो।