Nepal Social Media Ban Protest: नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाने के सरकार के फैसले के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध देखने को मिला है. सोमवार को राजधानी काठमांडू में युवाओं, खासकर Gen-Z के लड़के और लड़कियां सड़कों पर उतर आए और जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान हालात इस कदर बिगड़ गए कि पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा. प्रदर्शनकारियों की भीड़ नेपाल के संसद भवन में घुस गई. पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए हवाई फायरिंग की, इस दौरान कई लोग घायल भी हुए हैं. विरोध को देखते हुए काठमांडू के कुछ इलाकों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है.
#WATCH | Nepal: Thousands of people protest in Kathmandu against the ban on Facebook, Instagram, WhatsApp and other social media sites, leading to clashes between police and protesters. pic.twitter.com/klrP1HRJQd
— ANI (@ANI) September 8, 2025
5 की मौत, 80 प्रदर्शनकारी घायल
Gen-Z प्रोटेस्ट में अब तक 5 लोगों की मौत की खबर है. बताया जा रहा है कि 80 प्रदर्शनकारी गोली लगने से घायल हुए हैं. वहीं काठमांडू प्रशासन ने तोड़फोड़ करने वाले को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए हैं. पुलिस ने जिस इमारत से गोली चलाई थी, उसमें तोड़फोड़ की गई है. नेपाल सरकार ने मौजूदा हालातों का आकलन करने के लिए इमरजेंसी सुरक्षा बैठक बुलाई है.
सोशल मीडिया पर क्यों लगाया प्रतिबंध
सरकार ने कहा है कि यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें, भड़काऊ पोस्ट और अवैध गतिविधियों को रोकना जरूरी है। अधिकारियों के मुताबिक, रजिस्ट्रेशन नियम लागू कर प्लेटफॉर्म्स को जवाबदेह बनाया जा सकता है. हालांकि, इस फैसले की काफी आलोचना हो रही है। विपक्षी दलों और एक्टिविस्ट्स का कहना है कि यह कदम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है। कई लोगों का मानना है कि सरकार ने यह प्रतिबंध हाल के महीनों में बढ़ रहे राजतंत्र समर्थक प्रदर्शनों और सरकार विरोधी आवाजों को दबाने के लिए लगाया है.
#WATCH | Nepal | Protest turned violent in Kathmandu as people staged a massive protest against the ban on Facebook, Instagram, WhatsApp and other social media sites, leading to clashes between police and protesters. pic.twitter.com/YWNj3R0wUG
— ANI (@ANI) September 8, 2025
4 सितंबर से कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स बैन
गौरतलब है कि नेपाल सरकार ने 4 सितंबर से फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब समेत कई बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगा दिया है। सरकार का कहना है कि इन कंपनियों ने संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में तय समय सीमा के भीतर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया. मंत्रालय ने बताया कि प्लेटफॉर्म्स को 28 अगस्त से 7 दिन की मोहलत दी गई थी, लेकिन बुधवार रात तक भी उन्होंने आवेदन नहीं दिया। इसके बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए प्रतिबंध लगा दिया. वहीं मंत्रालय के अनुसार टिकटॉक, वाइबर, विटक, निंबज और पोपो लाइव पहले से लिस्टेड हैं. टेलीग्राम और ग्लोबल डायरी ने आवेदन किया है और उनका मामला मंजूरी की प्रक्रिया में है.
#WATCH | Nepal: Thousands of people stage massive protest in Kathmandu against the ban on social media sites, including Facebook, Instagram, WhatsApp and others. pic.twitter.com/sJWDaIoRhB
— ANI (@ANI) September 8, 2025
ये भी पढ़ें: Donald Trump की जुबान बोलने लगे यूक्रेन के राष्ट्रपति Zelensky, भारत पर टैरिफ लगाने के फैसले को बताया सही