Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों, खासतौर पर सुती, शमशेरगंज, धुलियान और जंगीपुर में सोमवार को स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रही. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू है. इसके चलते संबंधित क्षेत्रों में सड़कें सुनसान दिखीं और दुकानें बंद रहीं. प्रभावित इलाकों में इंटरनेट बंद है, जबकि सुरक्षाबल मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं.
#WATCH पश्चिम बंगाल: कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय बलों की तैनाती के आदेश के बाद मुर्शिदाबाद में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 14, 2025
पुलिस के अनुसार मुर्शिदाबाद के धुलियान में तीन लोगों की मौत हो गई। pic.twitter.com/N2MjEJCGVn
हिंसा मामले में 180 लोगों को किया जा चुका गिरफ्तार
शुक्रवार दोपहर से सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में भड़की हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए, लेकिन जिले में किसी नई घटना की सूचना नहीं है. अधिकारी ने बताया कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में शनिवार दोपहर तक कुल 180 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
#WATCH पश्चिम बंगाल: कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय बलों की तैनाती के आदेश के बाद मुर्शिदाबाद में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 14, 2025
पुलिस के अनुसार मुर्शिदाबाद के धुलियान में तीन लोगों की मौत हो गई। pic.twitter.com/IO4XEm04k0
BSF जवानों का पुलिस और RAF के साथ फ्लैग मार्च
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘इन अशांत क्षेत्रों और आसपास की स्थिति शांतिपूर्ण एवं नियंत्रण में है. मुर्शिदाबाद जिले में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है. पुलिस तैनात है और किसी को भी शांति भंग नहीं करने दी जाएगी.”सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने राज्य सशस्त्र पुलिस और आरएएफ के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग और आसपास की गलियों में फ्लैग मार्च किया.
झड़पों में 18 पुलिसकर्मी घायल
अधिकारियों ने बताया कि झड़पों में कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और उनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है. हिंसा के दौरान पुलिस वैन समेत कई वाहनों में आगजनी की गई, सुरक्षाबलों और दुकानों पर पथराव किया गया तथा पुलिस बूथ भी जला दिए गए. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित सैकड़ों लोगों ने भागीरथी नदी पार कर मालदा में शरण ली है. स्थानीय प्रशासन ने दंगा प्रभावित परिवारों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था की है और उन्हें स्कूलों में आश्रय दिया है.