India-US Relation : नई दिल्ली। कांग्रेस ने भारत और पाकिस्तान के बीच मतदाता संबंधी अमेरिकी दावे को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष किया कि अब इसमें कोई हैरानी नहीं है कि उनके और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच गले मिलने वाली कूटनीति (हग्लोमेसी) ठंडे बस्ते में जा चुकी है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई शांति समझौते किए हैं, जिनमें भारत और पाकिस्तान जैसा बेहद खतरनाक समझौता भी शामिल हैं और अमेरिका की विदेश नीति को नया आकार देने के लिए वह श्रेय के पात्र हैं।

मोदी, ट्रंप की गले मिलने वाली कूटनीति फेल हो चुकी है : कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि 10 मई, 2025 को शाम 5:37 बजे रुबियो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने ऑपरेशन सिन्दूर को अचानक बंद करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा, ‘इसके बाद, राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद छह अलग-अलग देशों में कम से कम 61 बार यह दावा किया है कि उनके हस्तक्षेप के कारण ऑपरेशन सिन्दूर रुका था।
On May 10, 2025, at 5:37 PM, US Secretary of State Marco Rubio was the first person to announce the abrupt stoppage of Operation Sindoor.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 3, 2025
Subsequently, President Trump himself has made the claim at least 61 times in 6 different countries that it was due to his intervention that…
रमेश का कहना है, अब रुबियो ने एक बार फिर दुनिया को वह याद दिलाया है जो ट्रंप बार-बार कहते रहे हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि मोदी-ट्रंप के बीच की हग्लोमेसी अब ठंडे बस्ते में जा चुकी है। भारत ने कई बार यह कहा है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) के संपर्क किए जाने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर विचार किया गया।
ट्रंप को भारत-पाकिस्तान जैसे मुश्किल शांति समझौते कराने के लिए श्रेय मिलना चाहिए: रूबियो
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने “भारत-पाकिस्तान जैसे मुश्किल” शांति समझौतों समेत कई शांति समझौते कराए हैं और वह देश की विदेश नीति को नया रूप देने के लिए “खास श्रेय” के हकदार हैं। मंगलवार को राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में रूबियो ने कहा कि कई दशकों में पहली बार अमेरिका को “सुरक्षित, मजबूत और अधिक समृद्ध” बनाने की सोच के साथ विदेश नीति पर काम हुआ है।
रूबियो ने कहा, बाकी सभी शांति समझौतों का कोई जिक्र नहीं करूंगा लेकिन भारत और पाकिस्तान या कंबोडिया और थाईलैंड जैसे बहुत ही मुश्किल समझौतों का उल्लेख करना जरूरी है। मेरा मानना है कि हमारी विदेश नीति को नया रूप देने के लिए राष्ट्रपति को खास श्रेय मिलना चाहिए। इससे पहले ट्रंप ने मंत्रिमंडल बैठक के दौरान दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान विवाद समेत विभिन्न वैश्विक मुद्दों को सुलझाया है। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने ‘आठ युद्ध’ रुकवाए हैं और हरेक के लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने रूस-यूक्रेन मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा, “हमने आठ युद्ध रुकवाए… अब हम एक और रुकवाने जा रहे हैं। मेरी ऐसी सोच है, मुझे ऐसी उम्मीद है।




