उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को मंगलवार रात बाहर निकाल लिया गया। सोशल मीडिया पर मजदूरों को रेस्क्यू करने के बाद की कुछ तस्वीरें दिखने लगीं।
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इनमें से एक फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। जिसमें करीब 20 से 25 लोग भारत का झंडा पकडे़ दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है की ये NDRF की टीम है जिसने रेस्क्यू के बाद ग्रुप पिक्चर क्लिक करवाई। आपको ये बता दें की ये फोटो AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके तैयार की गयी है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल अब भारत में फर्जी न्यूज तैयार करने में होने लगा है। हाल ही में, एक एआई जनरेटेड पिक्चर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। भारत में इज़राइल के राजदूत, Naor Gilon ने भी यह तस्वीर साझा की।
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वायरल फोटो में साफ़ देखा जा सकता है की लोगों ने सेफ्टी हेलमेट पहना है उसका रंग भगवा यानी ऑरेंज है जबकि असल NDRF की टीम के पास पीले रंग का सेफ्टी हेलमेट था। अगर फोटो को थोड़ा ज़ूम करके उनकी आखों को देखा जाये तो समझ आएगा की उनकी आखें भी नकली है।
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यही नहीं अगर लोगों के हाथों पर ज़ूम किया जाये तो दिखाई देगा की कई लोगों के हाथों में 6 अंगुलिया हैं और अंगूठा गायब है। आपको बता दें की ऐसे कुछ कारण हैं जिनकी वजह से AI को हाथों और उंगलियों से दिक्कत होती है। क्यूंकि हाथ मानव शरीर का एक छोटा सा हिस्सा है जिसे बनाने में अक्सर AI को परेशानी होती है।
AI नहीं पहचान पाती उंगलियां
ऐसे कुछ कारण हैं जिनकी वजह से AI को हाथों और उंगलियों से दिक्कत होती है। एक तो यह कि हाथ मानव शरीर का एक छोटा सा हिस्सा हैं। लोगों की वास्तविक तस्वीरों में, आम तौर पर हाथों पर ध्यान केंद्रित नहीं किया जाता है। विशेष रूप से, एआई कार्यक्रमों में मानव दांतों और कानों के साथ वही समस्याएं होती हैं जो हाथों के साथ होती हैं। एआई-जनित दांत अक्सर छोटे, भीड़भाड़ वाले और यहां तक कि नुकीले होते हैं, जबकि कानों को अक्सर बिना लोब के चित्रित किया जाता है।
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प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में छपी फोटो
वायरल फोटो को सबसे पहले किसने पोस्ट किया ये तो कह पाना मुश्किल है लेकिन इस फोटो को बिना किसी तथ्य जानें देश के बड़े- बड़े न्यूज़ पेपर्स ने इस्तेमाल किया और छापा भी। देश की सबसे बड़ी न्यूज़ एजेंसी PTI ने इस फोटो को अपलोड किया जिसके बाद देश के सबसे प्रतिष्ठित अख़बारों ने इस फोटो को छापा। जिनमें टाइम्स ऑफ इंडिया और हिंदुस्तान टाइम्स भी शामिल हैं। हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा “रेस्क्यू ऑफिसियल पोज़…”। मराठी अखबार लोकसत्ता ने भी इस फोटो को छापा।
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हालांकि देर से ही सही PTI ने अपने गलती को स्वीकार किया और इस फोटो को ना छपने का अनुरोध भी किया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और ये फोटो देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में AI द्वारा जनित पत्रकारिता को उजागर करने में कामयाब रही।
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