नई दिल्ली। देश के कई राज्यों ने नीरज चोपड़ा की तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की उपलब्धि को चिह्नित करने के लिए सोमवार को राष्ट्रीय भाला दिवस मनाया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवाओं ने प्रतियोगिता ने भाग लिया। अधिकारियों के अनुसार, भाला प्रतियोगिताएं गुजरात, असम, हरियाणा और दिल्ली सहित अन्य राज्यों में आयोजित की गई।
नीरज ने 7 अगस्त 2021 को तोक्यो ओलंपिक के फाइनल में 87.58 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता था। नीरज ने ओलंपिक में शीर्ष स्थान हासिल करने वाला भारत का पहले ट्रैक एवं फील्ड एथलीट बनकर इतिहास रचा था। स्पर्धा के दूसरे प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। वह 2008 में बीजिंग में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के दूसरे खिलाड़ी बने थे। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने देश के युवाओं से बड़ी संख्या में राष्ट्रीय भाला दिवस पर प्रतियोगिताओं में भाग लेने का आग्रह किया था।
नीरज ने तोक्यो ओलंपिक के ऐतिहासिक दिन को याद करते हुए हाल ही में ओलंपिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए एक वीडियो में कहा था कि उन्हें वह क्षण हमेशा याद रहेगा जब पदक समारोह में भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहराया था और राष्ट्रगान बज रहा था। उन्होंने कहा पोडियम पर जब स्वर्ण पदक मेरे गले में था और मेरे सामने राष्ट्रीय ध्वज फहराया जा रहा था और राष्ट्रगान बजाया जा रहा था, वह एक रोंगटे खड़े कर देने वाला क्षण था। वह स्मृति मेरे पूरे जीवन तक रहेगी।
उन्होंने कहा जब मैंने स्वर्ण हासिल किया, तो मैं बता नहीं सकता कि मेरे दिमाग में क्या चल रहा था क्योंकि उस समय मेरे मन में कई तरह की भावनाएं आ रही थी। इस खिलाड़ी ने कहा आप उस दिन (सफलता के) लिए आप प्रशिक्षण लेते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं। मैंने हाथ में तिरंगा लेकर स्टेडियम का एक चक्कर लगाया। वह मेरे लिए गर्व का क्षण था। ओलंपिक चैम्पियन बनने के बाद नीरज डायमंड लीग चैंपियन और विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता भी बने।