नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव दिया। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि सबसे पहले जीतना अहम है और बाकी चीजों पर बाद में फैसला किया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि इस मुद्दे पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका है। गठबंधन के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के प्रस्ताव के बाद खरगे ने कहा, ‘‘मैं वंचितों के लिए काम करता हूं। पहले जीतें, फिर देखेंगे। मैं कुछ भी नहीं चाहता हूं।’’ एमडीएमके नेता वायको ने बैठक के बाद बताया कि ममता बनर्जी और केजरीवाल ने खरगे के नाम का प्रस्ताव दिया।
मीटिंग में शामिल रहे राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के चीफ जयंत चौधरी ने ममता बनर्जी के प्रस्ताव को लेकर कहा कि मैं इसकी पुष्टि नहीं कर सकता। ऐसे में अभी इसको लेकर मैं ना ही हां कह और ना ही नहीं कह रहा हूं। ममता बनर्जी का ये प्रस्ताव चौंकाने वाला है। टीएमसी और कांग्रेस बंगाल में धुर विरोधी मानी जाती है। इसकी झलकें दोनों दलों के नेताओं में देखी जाती रही है। यही नहीं इस प्रस्ताव के साथ ही साफ है कि ममता बनर्जी पीएम की रेस में खुद को नहीं देख रही हैं। इससे पहले विपक्षी गठबंधन इंडिया की तीन बैठकें हो चुकी है। इसमें पहली मीटिंग बिहार के पटना में 23 जून को हुई थी। दूसरी मीटिंग बेंगलुरु में 17 और 18 जुलाई को हुई थी। इसके अलावा तीसरी बैठक मुंबई में 31 और 1 सितंबर को हुई थी।
गठबंधन की बैठक में ये हुए शामिल
नई दिल्ली के अशोक होटल में आयोजित इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, जेडीयू से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजीव रंजन सिंह, तृणमूल कांग्रेस से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, डीएमके की ओर से तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, शिवसेना (यूबीटी) से उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती, अपना दल (के) से कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल और सहित कई अन्य नेता शामिल हुए।