Bihar Election 2025: पिछले दिनों बीजेपी के नेताओं से मुलाकात के बाद लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने मंगलवार को अपने गृह क्षेत्र बेनीपट्टी से बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. नर्मदा महोत्सव में प्रस्तुति देने आईं मैथिली ने कहा कि उनका उनके गृह क्षेत्र से अलग ही जुड़ाव है और अगर वह अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत वहां से करेंगी तो वह बहुत कुछ सीख सकेंगी.
मैथिली ने पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार के संगठन प्रभारी विनोद तावडे और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की थी. इसके बाद से उनके चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं. निर्वाचन आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा की. वहां दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा जबकि 14 नवंबर को मतों की गिनती होगी.
मैथिली ने गृह क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई
पसंद के विधानसभा चुनाव क्षेत्र के बारे में पूछे जाने पर मैथिली ने पत्रकारों से कहा, ‘इस बारे में अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन मैं अपने गांव के क्षेत्र जाना चाहूंगी क्योंकि वहां से एक अलग जुड़ाव है. वहां से शुरू हो तो मुझे सीखने का भी मौका मिलेगा. लोगों से मिलना-जुलना, लोगों से बातें करना. मुझे ज्यादा समझ में आएगा अगर मैं अपने गांव से शुरुआत करूं तो.’
#WATCH | Jabalpur, MP | On reports of her contesting in the upcoming Bihar elections, Folk music and devotional singer Maithili Thakur said, "I too have been seeing these things on TV. I recently visited Bihar and had the opportunity to meet Nityanand Rai, as well as Vinod Tawde.… pic.twitter.com/ZOAdQ0EWNd
— ANI (@ANI) October 7, 2025
बेनीपट्टी का प्रतिधित्व कर रहे बीजेपी नेता विनोद नारायण
मैथिली ठाकुर का जन्म बिहार के मधुबनी जिले में बेनीपट्टी में हुआ था. वह एक मैथिल संगीतकार और संगीत शिक्षक रमेश ठाकुर और भारती ठाकुर की बेटी हैं. वर्तमान में बिहार विधानसभा में बेनीपट्टी का प्रतिनिधित्व भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा कर रहे हैं. 68 वर्षीय झा ने 2020 में ब्राह्मण बाहुल्य वाली इस सीट पर कांग्रेस की भावना झा को 30 हजार से भी अधिक मतों से हराया था.
‘देश के विकास के लिए हरसंभव योगदान देने को तैयार’
बिहार विधानसभा के चुनाव से ही जुड़े एक अन्य सवाल पर मैथिली ने कहा कि वह देश के विकास के लिए, हरसंभव योगदान देने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि तावड़े और राय से हुई मुलाकात के दौरान बिहार के भविष्य को लेकर उनकी बहुत सारी बातें हुईं. मैथिली ठाकुर इसी साल जुलाई में 25 साल की हुई हैं. साल 2011 में महज 11 वर्ष की उम्र में मैथिली ने गीत-संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई और तब से वह इस क्षेत्र में सक्रिय हैं.