नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर कैश फॉर क्वेरी के आरोपों को संसद की आचार समिति की अनुशंसा रिपोर्ट पर समिति ने 6:4 के बहुमत से स्वीकार कर लिया है। एथिक्स कमेटी ने सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की है। सांसद मोइत्रा के खिलाफ कैश फॉर क्वेरी आरोपों की जांच कर रही संसदीय आचार समिति में कांग्रेस सांसद परनीत कौर उन छह सांसदों में से एक हैं, जिन्होंने इस मसौदे का समर्थन किया। समिति की सिफारिश शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपी जाएगी।
एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा कि महुआ मोइत्रा पर आरोप को लेकर कमेटी ने रिपोर्ट तैयार की। बैठक में रिपोर्ट पर चर्चा हुई और इसे अपनाने की प्रक्रिया शुरू हुई। विस्तृत रिपोर्ट हम लोकसभा अध्यक्ष को सौंपेंगे। बता दें कि ड्राफ्ट रिपोर्ट में उनके कार्यों को अत्यधिक आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक पाते हुए उनकी सदस्यता रद्द करने का सुझाव दिया गया था। वहीं TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद और लोकसभा की आचार समिति की सदस्य अपराजिता सारंगी ने कहा, परनीत कौर (कांग्रेस सांसद) ने सच्चाई का साथ दिया। मैं इसके लिए उन्हें धन्यवाद देती हूं। मुझे नहीं लगता कि कोई भी सही सोचने वाला व्यक्ति महुआ मोइत्रा का समर्थन करेगा।
इधर, मसौदे का समर्थन करने वाली कांग्रेस सांसद परनीत कौर को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया, उन्होंने लिखा, पंजाब हमेशा भारत के सम्मान और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खड़ा रहा है। आज एक बार फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस सांसद परनीत कौर ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया।