कोटा। प्रदेश की कोचिंग सिटी कोटा में 30 जनवरी को होने वाले जेईई मेन एग्जाम से पहले सोमवार को झालावाड़ की रहने वाली एक छात्रा ने फंदे से लटककर जान दे दी। उसके कमरे से सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें उसने लिखा, मम्मी-पापा सॉरी, आई एम लूजर, मैं जेईई नहीं कर पाई, इसलिए मैं सुसाइड कर रही हूं। यही लास्ट ऑप्शन है। 12वीं क्लास की स्टूडेंट निहारिका इंजीनियरिंग की तैयारी कर रही थी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची बोरखेडा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गई। परिजनों ने बताया कि निहारिका पढ़ने में बहुत इंटेलीजेंट थी। बता दें कि यह इस साल का दूसरा मामला है, वहीं पिछले साल 29 आत्महत्या के मामले सामने आए थे।
पुलिस ने बरामद किया सुसाइड नोट
कोटा में बीते एक सप्ताह के अंदर आत्महत्या का यह दूसरा मामला है। पुलिस को छात्रा का एक सुसाइड नोट भी बरामद किया। वह जेईई मेंस की तैयारी कर रही थी। आत्महत्या से पहले उसने अपने माता-पिता को एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने लिखा, “मैं जेईई नहीं कर सकती, इसलिए मैं आत्महत्या करने जा रही हूं। मैं लूजर हूं, मैं एक खराब बेटी हूं। मम्मी पापा मुझे माफ कीजिये, यही लास्ट आप्शन है।”
31 जनवरी को था निहारिका का पेपर
निहारिका की जेईई मेंस की परीक्षा बुधवार (31 जनवरी) को थी। परीक्षा से दो दिन पहले उसने डिप्रेशन में आकर कोटा स्थित अपने कमरे में गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। इससे पहले 23 जनवरी को भी नीट की तैयारी करने वाले एक छात्र ने आत्महत्या कर लिया था। मृतक का नाम मोहम्मद जैद था, वह यूपी के मुरादाबाद का रहने वाला था। मोहम्मद जैद एक प्राइवेट कोचिंग से नीट की तैयारी कर रहा था। पुलिस को उसका कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था।
साल 2023 में 29 छात्रों ने की आत्महत्या
शिक्षा की नगरी कही जाने वाली कोटा में छात्रों के डिप्रेशन में आकर आत्महत्या करने के मामले बढ़े हैं। हालांकि स्थानीय प्रशासन इस पर अंकुश लगाने के लिए छात्रों के गाइडेंस और मोटिवेश के लिए कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। पिछले साल 29 छात्रों ने आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठाया।