जयपुर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीमों ने बुधवार को कोटा के संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय से जुड़े कई ठिकानों पर तलाशी अभियान शुरू किया जिसमें आयुक्त का कोटा स्थित कार्यालय और आवास भी शामिल हैं. सरकार ने यह कार्रवाई शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद राजेंद्र विजय को उनके पद से हटाकर एपीओ (पदस्थापन की प्रतीक्षा में) कर दिया.
जयपुर में एसीबी सूत्रों ने बताया कि आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के मामले में कोटा के संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय के जयपुर, कोटा और दौसा के ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई बुधवार की सुबह शुरू की गई. ब्यूरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राजेंद्र विजय के खिलाफ गोपनीय शिकायतें मिली थीं कि उनके पास आय के वैध स्रोत से अधिक संपत्ति है. संपत्तियों की सूची बनाने और मूल्य की गणना करने के बाद पाया गया कि यह आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति का मामला है, जिसके बाद मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की गई और अदालत से तलाशी वारंट लिया गया.
सरकार ने राजेंद्र विजय को किया APO
बता दें कि पदोन्नत आईएएस अधिकारी राजेंद्र विजय ने पिछले सप्ताह तबादले के बाद कोटा के संभागीय आयुक्त का पदभार संभाला था. वे बारां और बालोतरा के जिला कलेक्टर रह चुके हैं. वहीं सरकार ने ACB की कार्रवाई को देखते हुए राजेंद्र विजय को उनके पद से हटाकर एपीओ कर दिया. कार्मिक विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया. इसके अनुसार कोटा के जिला कलेक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी, अपने पद के साथ साथ संभागीय आयुक्त पद का अतिरिक्त कार्यभार भी देखेंगे.