हरियाणा-पंजाब को जोड़ने वाले शंभू बॉर्डर से हजारों की संख्या किसान ‘दिल्ली चलो’ मार्च आज यानी बुधवार (21 फरवरी) को फिर से शुरू कर रहे हैं.मार्च शुरू होने के बाद सुरक्षाबलों ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे.बैरिकेड और सीमेंट ब्लॉक को हटाने के लिए किसानों ने 1200 ट्रैक्टर, JCB और पोकलेन मशीन तैयार रखे हैं. इस बीच, केंद्र सरकार ने हिंसक विरोध प्रदर्शन से बचने के लिए किसानों को पांचवें दौर की बातचीत के लिए न्योता दिया है.सरकार की तरफ से कहा गया है कि वह MSP की मांग, फसल विविधीकरण, पराली का विषय और FIR पर बातचीत के लिए तैयार है.
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा (Arjun Munda) ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, “सरकार चौथे दौर के बाद के पांचवें दौर में सभी मुद्दे जैसे कि MSP की मांग, फसल विविधीकरण, पराली का विषय, FIR पर बातचीत के लिए तैयार है। मैं किसान नेताओं को चर्चा के लिए दोबारा आमंत्रित करता हूं। हमें शांति बनाए रखना जरूरी है.”
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने यहां भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बातचीत की पेशकश की है। चर्चा और संवाद से ही समाधान निकलेगा.उन्होंने कहा कि सरकार खुले मन से चर्चा के लिए तैयार है.किसानों से हमारी अपील है कि शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकलना चाहिए.केंद्र सरकार ने किसानों के लिए कितना काम किया है, यह कई बार बताया जा चुका है.किसानों का विकास हमारी बहुत बड़ी प्राथमिकता है और रहेगी.’
यहां आपको बता दें कि एक दिन पहले प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सरकारी एजेंसियों द्वारा 5 साल तक दालें, मक्का और कपास न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था और अपना आंदोलन जारी रखने की घोषणा की थी
चौथे दौर की बातचीत में क्या था सरकार का प्रस्ताव
किसान नेताओं के साथ चौथे दौर की बातचीत में तीन केंद्रीय मंत्रियों की समिति ने रविवार को प्रस्ताव दिया था कि किसानों के साथ समझौता करने के बाद सरकारी एजेंसियां पांच साल तक दालें, मक्का और कपास एमएसपी पर खरीदेंगी.लेकिन, किसान नेताओं ने इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह किसानों के हित में नहीं है.संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं.
जेसीबी लेकर पहुंचे किसान
शंभू सीमा पर किसान हरियाणा के सुरक्षा कर्मियों द्वारा लगाए गए अवरोधकों को हटाने के लिए खुदाई करने वाली मशीन लेकर आए हैं. कुछ किसान आंसू गैस से अपने आप को बचाने के लिए मास्क पहनकर आए हैं.जिसको देखते हुए शंभू और खनौरी सीमा पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं.हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस से उन बुलडोजर और मिट्टी खोदने वाले उन उपकरणों को जब्त करने को कहा,जिन्हें दो सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले किसान अवरोधकों को नुकसान पहुंचाने के लिए लाए हैं.
हरियाणा में किसान आंदोलन को लेकर पुख्ता बंदोबस्त
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने कहा कि ऐसे उपकरण सुरक्षा बलों के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं और प्रदर्शनकारी किसानों को ऐसे उपकरण उपलब्ध कराने के लिए इनके मालिकों को सख्त चेतावनी दी जानी चाहिए. हरियाणा सरकार ने किसानों के ‘‘दिल्ली चलो’’ आंदोलन के मद्देनजर सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट और बड़ी संख्या में एक साथ (बल्क) संदेश भेजने की सेवाओं पर प्रतिबंध को बुधवार तक बढ़ा दिया है.एक आदेश में सरकार ने कहा कि जिन जिलों में पाबंदी लगायी गयी हैं वे अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा हैं.