केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कथित रूप से दी गई धमकी के लिए माफी मांगनी चाहिए.
पीएम मोदी को धमकी देना लोकतंत्र की दुर्भाग्यपूर्ण घटना: रिजिजू
रिजिजू ने बुलाई गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को हुई कांग्रेस की रैली के दौरान पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने ‘प्रधानमंत्री की कब्र खोदने की धमकी दी’. उन्होंने इसे भारतीय लोकतंत्र में घटित हुई सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना बताया.
#WATCH | दिल्ली: संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने 'वोट चोरी' के खिलाफ कांग्रेस की मेगा रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नारेबाजी पर कहा, "…कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को सदन में देश में माफी मांगनी चाहिए। 2014 में हमारे एक सांसद निरंजन ज्योति ने एक… pic.twitter.com/wmiuVR8zvC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 15, 2025
रिजिजू ने की माफी मांगने की मांग
केंद्रीय मंत्री ने माफी की मांग करते हुए कहा कि ‘कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री को धमकी दिए जाने के लिए माफी मांगनी चाहिए. यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी की कब्र खोदने की सार्वजनिक तौर पर धमकी दी.’
‘हम राजनीतिक प्रतिद्वंदी हैं, दुश्मन नहीं’
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ता एवं नेता राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं, दुश्मन नहीं. उन्होंने कहा, ‘हम अलग-अलग विचारधाराओं का प्रचार करते हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के सपने के अनुरूप विकसित भारत के लिए मिलकर काम करते हैं.’
बता दें कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने कथित चुनावी अनियमितताओं के मुद्दे पर अपना अभियान तेज करते हुए रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ रैली में भाजपा और निर्वाचन आयुक्तों पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘वोट चोरी सत्तारूढ़ पार्टी के DNA में है और उसके नेता गद्दार’’ हैं, जो लोगों के मतदान के अधिकार छीनने की साजिश रच रहे हैं और उन्हें सत्ता से हटाया जाना चाहिए.




