वायनाड (केरल),केरल के वायनाड में ऊंचाई पर स्थित गांवों में मंगलवार को बड़े पैमाने पर हुई भूस्खलन की घटनाओं के बाद तबाह हुए मकान,उफनती नदियां और उखड़े हुए पेड़ों के दृश्य दिखाई दिए.सोमवार तक अपने मनोरम दृश्यों के लिए मशहूर मुंडक्कई,चूरलमाला,अट्टमाला और नूलपुझा गांवों की अब भूस्खलन की चपेट में आने के बाद तस्वीर बदल गई है और अन्य हिस्सों से उनका संपर्क टूट गया है.
24 लोगों की मौत 70 घायल
वायनाड में भारी बारिश और भूस्खलन पर केरल की मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, “हम लोगों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं.हमें विभिन्न अस्पतालों में 24 शव मिले हैं.करीब 70 लोग घायल हैं.हमने घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित किया है। NDRF और सिविल डिफेंस की टीमें वहां मौजूद हैं…”
नदियों ने मार्ग बदला
बाढ़ के पानी में बहे वाहनों को कई स्थानों पर पेड़ों की टहनियों में फंसे और यहां-वहां डूबे हुए देखा जा सकता है.उफनती नदियों ने अपना मार्ग बदल लिया है और वे रिहायशी इलाकों में बह रही हैं, जिससे और विनाश हो रहा है.पहाड़ियों से लुढ़कते बड़े-बड़े पत्थर बचावकर्मियों के रास्ते में बाधा पैदा कर रहे हैं.बचाव कार्यों में जुटे लोगों को भारी बारिश के बीच शवों और घायलों को एम्बुलेंस तक ले जाते हुए देखा जा सकता है.
अब तक 8 लोगों की मौत
भूस्खलन की घटनाओं के कारण बड़े पैमाने पर पेड़ उखड़ गए हैं और बाढ़ के पानी ने हरे-भरे क्षेत्रों को नष्ट कर दिया है.प्राधिकारियों ने बताया कि वायनाड जिले में भूस्खलन के कारण 3 बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो गई है.
इन गांवों में हुआ भूस्खलन
वायनाड जिला प्राधिकारियों के अनुसार,एक बच्चे समेत 4 लोगों की मौत चूरलमाला शहर में हुई,जबकि थोंडरनाड गांव में एक नेपाली परिवार के एक वर्षीय बच्चे की जान जाने की खबर है.इसके अलावा,5 वर्षीय बच्चे समेत 3 लोगों के शव पोथुकल गांव के पास एक नदी के किनारे से बरामद किए गए हैं.अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं.
पीएम मोदी ने दिलाया हर संभव मदद का भरोसा
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और जो घायल हुए हैं उनके लिए प्रार्थना करता हूं। सभी प्रभावित लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान फिलहाल चल रहा है। केरल के सीएम पिनाराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।”