मुंबई। महानगर स्थित एक विशेष धनशोधन रोधी अदालत ने केनरा बैंक की शिकायत पर दर्ज 538 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के मामले में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को शनिवार को 11 सितंबर तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया। 74 वर्षीय गोयल को केंद्रीय एजेंसी ने शुक्रवार रात यहां अपने कार्यालय में लंबी पूछताछ के बाद धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें शनिवार को अदालत में पेश किया गया।
लगे ये गंभीर आरोप
धनशोधन का मामला जेट एयरवेज, गोयल, उनकी पत्नी अनीता और उनकी निष्क्रिय हो चुकी एयरलाइन के कुछ पूर्व अधिकारियों के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी से संबंधित है। बैंक की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड को 848.86 करोड़ रुपये की ऋण सीमा और कर्ज मंजूर किया, जिसमें से 538.62 करोड़ रुपये बकाया हैं। इसमें आरोप लगाया गया कि जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड ने अपनी सहायक कंपनियों को धन हस्तांतरित किया।