Shane Bond on Jasprit Bumrah: भारत के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पीठ की चोट से जूझ रहे हैं. इसी इंजरी के कारण बुमराह को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से भी बाहर होना पड़ा. दरअसल बुमराह को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के आखिरी टेस्ट के दौरान में पीठ में चोट लगी थी. जिसके बाद वह मैदान से बाहर चले गए और दूसरी पारी में बॉलिंग करने भी नहीं आए. जिसके बाद से वह अब तक मैदान पर वापसी करने में कामयाब नहीं हो सके हैं. अब बुमराह को लेकर न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड ने अपने एक बयान में बड़ा दावा किया है. जिसने क्रिकेट फैंस की चिंता बढ़ा दी है.
शेन बॉन्ड ने कहा है कि अगर बुमराह को उसी जगह फिर चोट लगती है, जहां उनकी पहले सर्जरी हो चुकी है. तो यह उनके करियर के लिए घातक साबित हो सकता है. इससे उनका करियर भी खत्म हो सकता है. बता दें कि बुमराह इस समय बेंगलुरू स्थित BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में रिहैब कर रहे हैं. हालांकि अब तक यह साफ नहीं है की वह पूरी तरह से कब तक फिट होंगे और क्या वह मुंबई इंडियंस के लिए IPL 2025 खेल पाएंगे या नहीं.
करियर खत्म होनी की चेतावनी
शेन बॉन्ड ने जसप्रीत बुमराह को लेकर ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत में कहा कि जब सिडनी टेस्ट के बीच में वह अपनी पीठ का स्कैन कराने के लिए गए थे तो उस समय ऐसी खबरें सामने आई थीं की उसे मोच के अलावा अन्य इसी तरह की दिक्कत है. मुझे चिंता थी कि ये मोच नहीं होगी यह उस एरिया के आसपास की हड्डी की चोट हो सकती है. उस समय मुझे लगा कि यदि ऐसा होता है तो उसका चैंपियंस ट्रॉफी में खेलना मुश्किल हो जाएगा. मुझे लगता है बुमराह इससे पूरी तरह ठीक हो जाएंगे. लेकिन उनका करियर आगे किस तरह से बढ़ेगा ये मैनेजमेंट पर काफी कुछ निर्भर रहने वाला है. क्योंकि वर्कलोड को मैनेज किया जाना बहुत जरूरी है. उसके आगे के शेड्यूल देखकर मुझे थोड़ी चिंता जरूर हो रही है. IPL खत्म होने के बाद टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है. ऐसे में बुमराह को ब्रेक देने का विकल्प कहां है.
लगातार 2 से ज्यादा टेस्ट नहीं खेलने चाहिए
शेन बॉन्ड का मानना है कि बुमराह को लगातार 2 से ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेलने चाहिए. उन्होंने कहा,’अगर भारत को बुमराह को लंबे समय तक फिट रखना है, तो इंग्लैंड दौरे के 5 टेस्ट में से उन्हें केवल 2 या 3 टेस्ट ही खेलने चाहिए. इससे वह पूरे साल तीनों फॉर्मेट में खेल सकेंगे.’
बॉन्ड ने जब आप टी-20 क्रिकेट खेल रहे होते हैं और उसके बाद आपको टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए जाते हैं. तो आपके लिए चीजें उतनी आसान नहीं होती हैं. IPL में खिलाड़ी हफ्ते में तीन मैच खेलते हैं. लेकिन इसमें यात्रा और कम अभ्यास के कारण गेंदबाजों का वर्कलोड कम होता है. लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अचानक लंबा स्पैल फेंकने से चोट का खतरा बढ़ जाता है.
इस खबर को भी पढ़ें: Rajasthan Weather Update: राजस्थान के अधिकांश जिलों में दिखने लगा गर्मी का असर, बाड़मेर में तापमान 40 डिग्री के पार