नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने अपने ऊपर एक मौलाना द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी करने के खिलाफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसदों के प्रदर्शन को लेकर सोमवार को कहा कि अच्छा होता कि सत्तापक्ष के लोग मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई घटना और सेना की एक महिला अधिकारी पर भाजपा नेताओं की विवादित टिप्पणियों को लेकर भी इसी तरह खड़े होते।
उन्होंने यह भी कहा कि अच्छी बात है कि उनके खिलाफ टिप्पणी मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। साजिद रशीदी नामक एक मौलाना ने एक टेलीविजन चैनल के कार्यक्रम में डिंपल यादव के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनके खिलाफ लखनऊ में एक मामला दर्ज किया गया है। डिंपल यादव के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में राजग के कई सांसदों ने संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के निकट विरोध प्रदर्शन किया।
सत्तापक्ष के विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर डिंपल ने संवाददाताओं से कहा, अच्छा होता कि मणिपुर में घटना, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में आया था, के खिलाफ खड़े होते तो अच्छा होता। ऑपरेशन सिंदूर के समय भाजपा के कई बड़े-बड़े नेताओं द्वारा सेना की अधिकारी (सोफिया कुरैशी) के खिलाफ किस तरह से बात की गई। अगर ये (सत्तापक्ष के सांसद) उनके साथ खड़े दिखाई देते तो अच्छा होता।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से सांसद डिंपल ने मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाए जाने की घटना और सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों का हवाला दिया। उन्होंने यह भी कहा कि रशीदी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होना अच्छी बात है। दरअसल, पिछले दिनों अपने पति सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा कुछ अन्य पार्टी सांसदों के साथ डिंपल संसद के निकट स्थित एक मस्जिद में गई थीं। मस्जिद में उनके पहनावे को लेकर रशीदी ने आपत्तिजनक टिप्पणी की।