IndiGo Crisis: इंडिगो संकट पर अब सरकार एक्शन मोड में आ गई है. विमानन सुरक्षा नियामक DGCA ने मंगलवार को कहा कि उसने 1 दिसंबर 2025 से बड़े पैमाने पर उड़ान व्यवधानों के बाद विमान कंपनी इंडिगो की उड़ान सेवाओं में 5 प्रतिशत की कटौती है. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस संबंध में मंगलवार को एक आदेश जारी किया.
आदेश में कही गई ये बात
आदेश के अनुसार, सभी क्षेत्रों में उड़ानों में कटौती की गई है खासकर हाई डिमांड वाले रूट्स पर. इंडिगो को बुधवार शाम 5 बजे तक डीजीसीए को संशोधित कार्यक्रम (शेड्यूल) प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया गया है. विमानन कंपनी भारत की कुल घरेलू उड़ानों का 65 प्रतिशत से अधिक हिस्सा संभालती है और इसने सोमवार को 6 हवाई अड्डों से 560 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं.
नागरिक उड्डयन मंत्री ने भी उड़ान में कटौती के दिए थे संकेत
इससे पहले नगार विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने सोमवार को कहा था कि सरकार चालू शीतकालीन कार्यक्रम के तहत इंडिगो द्वारा जिन मार्गों पर उड़ान सेवाएं संचालित की जाती हैं उन्हें कम किया जाएगा. वित्त वर्ष 2025-26 के शीतकालीन कार्यक्रम के तहत विमानन कंपनी प्रतिदिन 2,200 से अधिक उड़ानें संचालित कर रही हैं.
बेंगलुरु और हैदराबाद से करीब 180 उड़ानें रद्द
वहीं इंडिगो की उड़ानों में व्यवधान 8 वें दिन भी जारी रहा और विमानन कंपनी ने मंगलवार को बेंगलुरु और हैदराबाद से करीब 180 उड़ानें रद्द कर दीं. सूत्रों ने कहा, ‘इंडिगो मंगलवार को हैदराबाद आने-जाने वाली 58 उड़ानों का संचालन नहीं करेगा, जिसमें से पहुंचने वाली 14 और रवाना होने वाली 44 उड़ानें हैं।’’ उन्होंने बताया कि बेंगलुरु हवाई अड्डे पर रद्द की गई उड़ानों की संख्या 121 है, जिनमें से पहुंचने वाली 58 और रवाना होने वाली 63 उड़ानें हैं.




