IndiGo Crisis: इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के बोर्ड ने एक संकट प्रबंधन समूह (CMG) का गठन किया है, जो हालात की निगरानी के लिए नियमित रूप से बैठक कर रहा है. एयरलाइन ने रविवार को एक बयान में यह जानकारी दी. इसमें कहा गया कि कंपनी का निदेशक मंडल ग्राहकों को हो रही परेशानियों का समाधान करने और यात्रियों को रिफंड सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.
एक दिन पहले इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और सीओओ इसिड्रो पोरकेरस को नागर विमानन विभाग (DGCA) ने नोटिस जारी कर बड़े पैमाने पर उड़ान बाधाओं को लेकर 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा था. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने शनिवार को कहा कि एयरलाइन की उड़ान बाधाओं के मामले में प्राधिकरण जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई करेंगे.
इंडिगो ने बयान में कही ये बात
इंडिगो ने एक बयान में कहा, ”इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) के निदेशक मंडल की बैठक उसी दिन हुई, जिस दिन कैंसिलेशन और फ्लाइट डिले की समस्या सामने आई. सदस्यों को प्रबंधन की ओर से संकट की प्रकृति और दायरे पर विस्तृत जानकारी दी गई.”
इस बैठक के बाद बोर्ड ने संकट प्रबंधन समूह (CMG) गठित करने का निर्णय लिया गया, जिसमें चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता, निदेशक मंडल के सदस्य ग्रेग सारेट्स्की, माइक व्हिटेकर और अमिताभ कांत, सीईओ पीटर एल्बर्स सहित अन्य अधिकारी शामिल हैं. यह समूह हालात की निगरानी के लिए नियमित रूप से बैठक कर रहा है और सामान्य संचालन बहाल करने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी प्रबंधन द्वारा लगातार दी जा रही है.
दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर 220 फ्लाइट्स कैंसिल
इंडिगो ने संचालन से जुड़ी समस्याओं के कारण रविवार को दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों पर 220 से अधिक उड़ान रद्द कर दीं. इन समस्याओं के कारण पिछले कुछ दिन में सैकड़ों उड़ान रद्द की जा चुकी हैं और कई उड़ान देरी से रवाना हुई हैं, जिससे हजारों यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है.
सूत्रों के अनुसार, मुंबई हवाई अड्डे पर कम से कम 112 जबकि दिल्ली हवाई अड्डे पर 109 उड़ान रद्द हुईं. शुक्रवार को दिनभर के लिए निर्धारित 2,300 उड़ान में से लगभग 1,600 उड़ान रद्द की गई थीं, लेकिन शनिवार को इसमें कमी आई और लगभग 800 उड़ान रद्द की गईं.




