हांगझोउ। भारतीय महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल हारने के 2 दिन बाद ही जबर्दस्त जुझारूपन के साथ वापसी करते हुए जापान को 2 . 1 से हराकर एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीत लिया। हूटर के साथ ही मैदान पर अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सकीं कोच यानेके शॉपमैन और उल्लास में उछलती खिलाड़ियों को देखकर जाहिर हो गया कि इस कांसे के टीम के लिये क्या मायने हैं।
सेमीफाइनल में चीन से 0 . 4 से हारने के साथ पेरिस ओलंपिक के लिये सीधे क्वालीफाई करने की भारत की उम्मीदें ध्वस्त हो गई थी। इसके बावजूद टीम ने जापान की चुनौती का डटकर सामना करते हुए कांस्य पदक का मुकाबला जीता।
तोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही भारतीय टीम के लिये दीपिका ने पांचवें और सुशीला चानू ने 50वें मिनट में गोल दागे जबकि जापान के लिये यूरी नागाई ने एकमात्र गोल किया। पिछली बार जकार्ता में 2018 में हुए खेलों में भारत ने रजत पदक जीता था।