Indian Super League : पूर्व कप्तान और शीर्ष स्ट्राइकर सुनील छेत्री (Sunil Chhetri) ने बुधवार को कहा कि भारतीय फुटबॉल में अनिश्चितता की मौजूदा स्थिति काफी चिंताजनक है और शीर्ष स्तर के फुटबॉल टूर्नामेंट इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किये जाने से खेल जगत चिंतित, आहत और डरा हुआ है। लीग में बेंगलुरु एफसी की ओर से खेलने वाले छेत्री ने कहा कि उन्हें देश में इस खेल के भविष्य को लेकर आशंकाएं व्यक्त करने वाले फोन कॉल और संदेशों की बाढ़ आ गई है।

भारतीय फुटबाल की स्थिती चिंताजनक
इस 40 वर्षीय खिलाड़ी ने एक्स पर लिखा, मुझे सबसे पहले यह चिंता हुई कि मेरे पास खेल का जो समय बचा है उसको मैं कैसे बिताऊंगा। लेकिन विभिन्न क्लबों के खिलाड़ियों से बात करने के बाद मुझे एहसास हुआ कि मेरी समस्या उतनी महत्वपूर्ण नहीं है। छेत्री ने कहा, भारतीय फुटबॉल की वर्तमान स्थिति बहुत चिंताजनक है। मुझे न केवल मेरे क्लब से, बल्कि अन्य क्लबों से भी खिलाड़ियों, स्टाफ सदस्यों, फिजियो, मालिश करने वालों से ढेर सारे संदेश मिले हैं। उन्होंने कहा, भारतीय फुटबॉल पारिस्थितिकी तंत्र में अभी जो अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है उससे हर कोई चिंतित, आहत और डरा हुआ है। आईएसएल ने आयोजकों और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के बीच मास्टर राइट्स एग्रीमेंट (एमआरए) के नवीनीकरण को लेकर अनिश्चितता के कारण 2025-26 के सत्र को स्थगित कर दिया है।
लीग सामान्यतः सितम्बर से अप्रैल तक चलती है। इस प्रतियोगिता के आयोजक फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) तथा एआईएफएफ के बीच वर्तमान एमआरए आठ दिसम्बर, 2025 को समाप्त होने वाला है। उस समय तक आईएसएल अपने तीसरे महीने में प्रवेश कर चुका होगा। यह निर्णय उच्चतम न्यायालय द्वारा एआईएफएफ को दिए गए निर्देश के बाद लिया गया है, जिसमें एआईएफएफ से कहा गया था कि वह आईएसएल का संचालन करने वाली सर्वोच्च शासी संस्था के वाणिज्यिक साझेदार एफएसडीएल के साथ एमआरए की नई शर्तों पर तब तक बातचीत न करे, जब तक एआईएफएफ मसौदा संविधान मामले में अंतिम निर्णय नहीं आ जाता।
एफएसडीएल एआईएफएफ का वाणिज्यिक साझेदार भी है और उन्होंने 2010 में 15 साल के एमआरए पर हस्ताक्षर किए थे। छेत्री ने कहा कि जब उन्हें पहली बार लीग स्थगित होने की जानकारी मिली तो वह छुट्टियों पर थे। इस स्टार फुटबॉलर ने कहा, ‘‘मैं स्वीकार करता हूं कि इससे मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं छुट्टियों पर था, उतना घूम नहीं पाया जितना मैं चाहता था और उतना पौष्टिक भोजन भी नहीं कर पाया जितना मैं करता हूं। अब मेरे पास पूरी तरह फिट होने के लिए पहले से अधिक समय था।’’
उन्होंने कहा, लेकिन वह पखवाड़ा अब अनिश्चितकाल में बदल गया है और मेरी वह मुस्कान अब गायब हो गई है। मैं जानता हूं कि थिंक टैंक और इस खेल को संचालित करने वाले लोग नए फुटबॉल सत्र को शुरू करने के लिए काम कर रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि जल्द ही कोई ठोस समाधान निकल आएगा। भारतीय टीम को मजबूती देने के लिए अंतरराष्ट्रीय संन्यास से वापसी करने वाले इस स्टार खिलाड़ी ने इस सबके बावजूद सभी से धैर्य बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, मेरे पास सभी सवालों के जवाब नहीं हो सकते लेकिन भारतीय फुटबॉल से जुड़े सभी लोगों से मेरी अपील है कि वह धैर्य बनाए रखें। हम इस तूफान का मिलकर सामना करेंगे। हमें फुटबॉल को जल्द से फिर से शुरू करना होगा और ऐसा होगा।