Operation Sindoor: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारत के रुख को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने दुनिया को बता दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करेगा. जयशंकर ने बुधवार को वॉशिंगटन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) के बयान और सुरक्षा परिषद द्वारा 25 अप्रैल को जारी बयान में हमारे लिए जो महत्वपूर्ण है, वह यह कि आतंकवाद के अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए.’
आतंकवाद के खिलाफ जारी रहेगी कार्रवाई: जयशंकर
जयशंकर ने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण है क्योंकि तब हमें दुनिया को बताना होगा कि हमने क्या किया. 7 मई को शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उद्देश्य यह है कि अगर आतंकवादी हमले होते हैं तो हम उन्हें अंजाम देने वालों, उनके समर्थकों, वित्तपोषकों और सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. इसलिए मुझे लगता है कि यह संदेश बहुत स्पष्टता के साथ दिया गया.’ जयशंकर ने कहा कि हमने ‘क्वाड’ के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर अपने समकक्षों को आतंकवाद की उस चुनौती की प्रकृति के बारे में बताया कि जिसका सामना भारत कर रहा है और जिसे वह कई दशकों से झेल रहा है तथा हम आज इसका बहुत दृढ़ता से जवाब देने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और हमें अपनी रक्षा करने का अधिकार है.’
Speaking to the press in Washington DC.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 2, 2025
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अमेरिकी विदेश मंत्री से द्विपक्षीय वार्ता पर कही ये बात
जयशंकर ने कहा कि ‘क्वाड’ में चर्चा के अलावा उनकी रुबियो के साथ अच्छी द्विपक्षीय बैठक हुई और दोनों नेताओं ने ‘पिछले 6 महीनों के घटनाक्रम पर चर्चा की एवं आगे की राह पर विचार विमर्श किया. उन्होंने कहा, ‘इस मुलाकात के दौरान व्यापार एवं निवेश, प्रौद्योगिकी, रक्षा, ऊर्जा और गतिशीलता पर चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि मैंने अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ और ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट के साथ भी अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता की.
रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर आयात शुल्क पर कही ये बात
अमेरिका के सांसद लिंडसे ग्राहम के एक विधेयक के तहत रूसी तेल खरीदने वाले देशों से आयात पर 500 प्रतिशत शुल्क लगाने की अमेरिकी योजना को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा कि भारतीय दूतावास और अधिकारी इस मुद्दे पर ग्राहम के संपर्क में हैं. ऊर्जा सुरक्षा को लेकर हमारी चिंताओं और हमारे हितों से उन्हें अवगत करा दिया गया है.’
क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों – जयशंकर, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में सीमा पार आतंकवाद सहित हर प्रकार के आतंकवाद एवं हिंसक अतिवाद के सभी कृत्यों की स्पष्ट निंदा की गई. 22 अप्रैल को हुए इस आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का दृढ़तापूर्वक समर्थन किया. पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे.‘क्वाड’ ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की साजिश रचने वालों, उसे अंजाम देने वालों और इसके वित्त पोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान किया तथा संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से इस संबंध में सहयोग बढ़ाने की अपील की.
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