Vladimir Putin On India: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी की लीडरशिप की जमकर सराहना की है. रूसी तेल खरीद को लेकर भारत पर लगाए गए अमेरिकी टैरिफ पर कहा कि भारत किसी दबाव के आगे झुकने वाला नहीं है, पुतिन ने पीएम मोदी को बुद्धिमान नेता बताते हुए कहा कि वो पहले अपने देश के बारे में सोचते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने भारत और रूस के बीच संबंधों को भी विशेष बताया.
‘प्रधानमंत्री मोदी पहले अपने देश के बारे में सोचते हैं’
पुतिन ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारत और रूस दोनों के बीच विशेष रिश्ते हैं. मेरा मानना है कि भारत के लोग इसे और हमारे संबंधों को नहीं भूलते. लगभग 15 साल पहले, हमने एक विशेष रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की थी, और यही उसका सबसे अच्छा वर्णन है. प्रधानमंत्री मोदी एक बहुत ही बुद्धिमान नेता हैं जो सबसे पहले अपने देश के बारे में सोचते हैं.”
‘रूसी तेल खरीदना बंद करने से भारत को नुकसान’
भारत लगाए गए अमेरिकी टैरिफ के मुद्दे पर बोलते हुए, राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि अगर भारत रूसी तेल खरीदना बंद कर देता है, तो उसे 9 से 10 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान हो सकता है. उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी भी विदेशी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे और भारत की गरिमा और रणनीतिक स्वायत्तता का भी समर्थन किया.
‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानता हूं’
पुतिन ने आगे कहा कि यहां कोई राजनीतिक पहलू नहीं है, यह पूरी तरह से एक आर्थिक गणना है. क्या भारत हमारे ऊर्जा संसाधनों को छोड़ देगा? अगर ऐसा है, तो उसे कुछ नुकसान होगा. अनुमान अलग-अलग हैं. कुछ का कहना है कि यह लगभग 9-10 अरब डॉलर हो सकता है. लेकिन अगर वह इनकार नहीं करता है, तो प्रतिबंध लगाए जाएंगे, और नुकसान उतना ही होगा. तो अगर इसकी घरेलू राजनीतिक कीमत भी चुकानी पड़े, तो इनकार क्यों करें? भारत के लोग कभी किसी के हाथों खुद को अपमानित नहीं होने देंगे. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानता हूं, वह भी ऐसा कोई फैसला नहीं लेंगे,”
पुतिन की यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान चीन और भारत को यूक्रेन युद्ध का “प्राथमिक वित्तपोषक” कहे जाने के 2 सप्ताह बाद आई है, जिसमें उन्होंने उन पर रूसी तेल खरीदकर यूक्रेन युद्ध को वित्तपोषित करने का आरोप लगाया था.