PNB Scam Case : पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले से जुड़े एक और अहम मोस्ट वॉन्टेड आरोपी नीरव मोदी (Nirav Modi) के भाई नेहल दीपक मोदी (Nehal Deepak Modi) को अमेरिका गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी भारत की प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की संयुक्त अपील पर अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा की गई। इसे भारत के अब तक के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक की जांच के लिहाज से एक बड़ी कूटनीतिक और कानूनी सफलता माना जा रहा है।
नेहल मोदी की गिरफ्तारी भारत सरकार द्वारा दायर औपचारिक प्रत्यर्पण अनुरोध के तहत हुई है। अब अमेरिका में उसके प्रत्यर्पण की कानूनी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसके जरिए उसे भारत लाया जा सकता है। अमेरिकी अभियोजन पक्ष द्वारा दायर शिकायत के मुताबिक, नेहल मोदी पर दो मुख्य आरोप हैं — पहला, अपने भाई नीरव मोदी की मदद करते हुए करोड़ों रुपये की अवैध कमाई को छुपाने और विदेशी लेनदेन व शेल कंपनियों के जरिए धन को इधर-उधर करने का और दूसरा, सबूतों को नष्ट कर जांच को बाधित करने का।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दाखिल चार्जशीट में नेहल मोदी को सह-आरोपी के रूप में नामित किया गया है। एजेंसियों का दावा है कि उसने जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों में भाग लिया और जांच एजेंसियों को गुमराह करने की कोशिश की।
नेहल मोदी के खिलाफ 2019 में जारी हुआ था रेड कॉर्नर नोटिस
साल 2019 में इंटरपोल ने नेहल मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। नेहल मोदी, जो बेल्जियम का नागरिक है और जन्म एंटवर्प में हुआ था। वह अंग्रेज़ी, हिंदी और गुजराती भाषाएं जानते है। इससे पहले उसके भाई नीरव मोदी और निशाल मोदी के खिलाफ भी इंटरपोल द्वारा नोटिस जारी किए जा चुके हैं।
नीरव मोदी फिलहाल ब्रिटेन की जेल में बंद है और उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जारी है। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के प्रमुख आरोपी हैं। इस हाई-प्रोफाइल घोटाले में बैंक को लगभग 14,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
17 जुलाई को होगी अगली सुनवाई
नीरव मोदी के भाई और PNB घोटाले के सह-आरोपी नेहल मोदी के प्रत्यर्पण मामले में अगली सुनवाई 17 जुलाई 2025 को निर्धारित की गई है। इस सुनवाई के दौरान ‘स्टेटस कॉन्फ्रेंस’ आयोजित की जाएगी, जिसमें केस की वर्तमान स्थिति और आगामी कानूनी प्रक्रियाओं पर चर्चा की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, नेहल मोदी की ओर से इस दौरान जमानत याचिका दायर की जा सकती है, लेकिन अमेरिकी अभियोजन पक्ष इसके कड़े विरोध की तैयारी में है। उन्हें आशंका है कि नेहल मोदी जमानत मिलने पर फरार हो सकता है या साक्ष्यों को प्रभावित कर सकता है। नेहल की गिरफ्तारी न केवल भारत की प्रवर्तन एजेंसियों ईडी और सीबीआई के लिए एक रणनीतिक सफलता है, बल्कि यह PNB घोटाले की परतें खोलने और सभी दोषियों को न्याय के कटघरे तक लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।