Independence Day 2025: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर आयोजित समारोह में सफेद कुर्ता-पायजामे के साथ सिर पर केसरिया साफ़ा बांधे नजर आए. आजादी की वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री ने लाल किले पर लगातार 12वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और इस ऐतिहासिक स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया. मोदी ने इस अवसर पर गेरुए रंग की बंद गले की जैकेट पहनी और उनके गले में तिरंगा किनारी वाला सफेद गमछा नजर आया.
2014 से साफा पहनकर कर रहे ध्वजारोहण
प्रधानमंत्री मोदी 2014 से हर स्वतंत्रता दिवस पर रंग-बिरंगे साफे पहनते रहे हैं. उन्होंने इस बार भी इस परंपरा को बरकरार रखा और केसरिया रंग का साफा पहना. वह पिछले साल 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सफेद कुर्ता पायजामा, आसमानी रंग की बंद गला जैकेट और लहरिया प्रिंट का बहुरंगी साफ़ा पहनकर समारोह में शामिल हुए थे. मोदी 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर आयोजित समारोह में सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामे के साथ बहुरंगी राजस्थानी बांधनी प्रिंट का साफ़ा पहने नजर आए थे.
76वें स्वतंत्रता दिवस पर पहना तिरंगे की धारियों वाला सफेद साफा
प्रधानमंत्री के रूप में अपने 10वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण में मोदी ने काले रंग की वी-नेक जैकेट पहनी थी. उनके साफ़े में पीले, हरे और लाल रंग का मिश्रण था. उन्होंने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की धारियों वाला सफेद रंग का साफ़ा पहना था. पारंपरिक कुर्ता और चूड़ीदार पायजामे के ऊपर नीले रंग का जैकेट तथा काले रंग के जूते पहने, प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और लगातार नौवीं बार देश को संबोधित किया था.
75वें स्वतंत्रता दिवस पर पहना केसरिया साफा
इससे पहले 75वें स्वतंत्रा दिवस पर मोदी ने धारीदार केसरिया साफ़ा पहना था. 74वें स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले पर आयोजित समारोह में मोदी ने केसरिया और क्रीम रंग का साफ़ा पहना था. प्रधानमंत्री ने इसके साथ आधी बाजू वाला कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा पहना था. उन्होंने केसरिया किनारी वाला सफेद गमछा भी डाल रखा था, जिसे उन्होंने कोविड-19 से बचाव के उपायों के तहत इस्तेमाल किया.
2019 में दूसरी बार सत्ता में आने पर पहना था कई रंगों वाला साफा
वर्ष 2019 में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद लाल किले से अपने पहले संबोधन में प्रधानमंत्री ने कई रंगों से बना साफ़ा पहना था. यह लाल किले से उनका लगातार छठा संबोधन था. पहली बार देश की कमान संभालने के बाद जब ऐतिहासिक लाल किले से प्रधानमंत्री ने पहली बार देश को 2014 में संबोधित किया था तब उन्होंने गहरे लाल और हरे रंग का जोधपुरी बंधेज साफ़ा पहना था. प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में पीले रंग का साफ़ा पहना था, जिस पर बहुरंगी धारियां थीं, जबकि 2016 में उन्होंने गुलाबी और पीले रंग का लहरिया ‘टाई एंड डाई’ साफ़ा चुना था.
उन्होंने 2017 में सुनहरी धारियों वाला चटकीले लाल रंग का साफ़ा पहना था. उन्होंने 2018 में भी केसरिया साफ़ा पहना था. गणतंत्र दिवस समारोहों में कच्छ के लाल बांधनी साफ़े से लेकर पीले राजस्थानी साफ़े तक, मोदी के साफ़े लोगों का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 के दौरान लाल किले की प्राचीर से 10 बार तिरंगा फहराया था और देश को संबोधित किया था.